भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
पहली बार मनाया गया था पर्यावरण दिवस :
- भारत और उसके इतिहास में केवल शूरवीरों की गाथाएं ही नहीं होती,
- बल्कि इसमें देश और यहाँ के पर्यावरण की भी बात होती है.
- बता दें भारत के पुराणों में पर्यावरण का स्थान अभिन्न है.
- जिसे देखते हुए भारत में आज ही के दिन सन 1972 में एक इतिहास रचा गया था.
- बता दें आज ही के दिन पहली बार भारत में पर्यावरण दिवस मनाया गया था.
- ऐसा करने के पीछे मुख्य कारण था पर्यावरण को मानव की धरोहर बनने के लिए शुक्रिया कहना.
- पर्यावरण ने मनुष्य को बहुत कुछ दिया है परंतु बदले में मनुष्य ने पर्यावरण को खराब ही किया है.
- जिसे रोकने और जनता को पर्यावरण के प्रति सजग रखने के लिए यह दिन मनाया गया और आज भी मनाया जाता है.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1903 में आज ही के दिन महात्मा गाँधी द्वारा मासिक पत्रिका इंडियन ओपिनियन की शुरुआत की थी.
- 1926 में दलाई लामा द्वारा तिब्बत की जनता के कानों पर कर लगाने की घोषणा की गयी थी.
- लामा के अनुसार यह कर हथियार रखने के लिए लगाया जाना था और जिसके पास एक कान था वह आधा कर देता था.
- 1936 में आज ही के दिन बॉलीवुड की प्रसिद्ध अदाकारा नूतन का जन्म हुआ था.
- 1947 में आज ही के दिन से हिंदी पत्रिका नयी दुनिया के प्रकाशन की शुरुआत हुई थी.
- 1953 में आज ही के दिन कैंब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा जवाहरलाल नेहरु को लॉ में डॉक्टरेट होने का खिताब दिया था.
- 1955 में आज ही के दिन लौह और स्टील मंत्रालय का उद्घाटन हुआ था.
- 1987 में आज ही के दिन स्वीडिश सरकार ने बोफोर्स मामले में जांच की थी.
- जिसके बाद पता चला था कि भारत के साथ शस्त्र खरीद समझौते के समापन के लिए बिचौलिए को कमीशन का भुगतान किया था.
- 1993 में आज ही के दिन भारतीय जनता पार्टी की अध्यक्षता एलके आडवाणी को सौंप दी गयी थी.
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