भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है। यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं। इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा। इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
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1957 में हुआ अनुग्रह नारायण सिंह का निधन :
- अनुग्रह नारायण सिंह एक भारतीय राजनेता और बिहार के पहले उप मुख्यमंत्रीा, सह वित्तमंत्री (1946- 1957) थे।
- 18 जून 1887 को जन्मे अनुग्रह बाबू का निधन 5 जुलाई 1957 को हुआ था।
- अनुग्रह बाबू (1887-1957) भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, वकील, राजनीतिज्ञ तथा आधुनिक बिहार के निर्माता रहे हैं।
- उन्हें ‘बिहार विभूति’ के रूप में जाना जाता था।
- वह स्वाधीनता आंदोलन के योद्धा थे।
- उनका जीवन दर्शन देश की अखंड स्वतंत्रता और नवनिर्माण की भावनाआ से सराबोर रहा।
- उनका सौभ्य, स्निग्ध, शीतल, परोपकारी, अहंकारहीन और दर्पोदीप्त शख़्सियत बिहार के जनगणमन पर अधिकार किए हुए था।
- स्वाधीनता के बाद राष्ट्र निर्माण व जनकल्याण के कार्यो में उन्होंने सक्रिय योगदान दिया।
- अनुग्रह बाबू ने महात्मा गांधी एवं डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के साथ राष्ट्रीय आन्दोलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी।
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अन्य कुछ झलकियां :
- 1658 में आज ही के दिन मुगल शासक औरंगजेब ने अपने बड़े भाई मुराद बख्श को बंदी बनाया।
- 1877 में आज ही के दिन अंग्रेजी भाषा की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभासम्पन्न कवयित्री तोरु दत्त का निधन हुआ था।
- 1946 में आज ही के दिन प्राध्यापक और रचनाकार असगर वजाहत का जन्म हुआ था।
- 1947 में भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 को ब्रिटिश संसद में प्रस्तुत किया गया जिसे बाद में शाही स्वीकृति मिल गई।
- 1954 में आज ही के दिन आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट की स्थापना हुई।
- 1956 में आज ही के दिन समकालीन कवि एवं लेखक ज्योति खरे का जन्म हुआ था।
- 1968 में आज ही के दिन भारत की पहली पनडुब्बी सोवियत रूस से पहुंची।
- 1981 में राजन महादेवन ने गणित के ‘पाई’ के 31 हजार 811 अंकाें की गणना कर विश्व रिकार्ड बनाया।
- 1995 में आज ही के दिन भारत की प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु का जन्म हुआ।
- 1998 में आज ही के दिन तमिलनाडु में डॉल्फिन सिटी का उद्घाटन हुआ।
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