भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
ऑपरेशन ब्लू-स्टार की हुई थी शुरुआत :
- पंजाब में एक समय ऐसा भी आया था जब यहाँ के पवित्र स्वर्ण मंदिर में अशांति फ़ैल गयी थी.
- सरकार द्वारा आदेश दिए गए थे कि खालिस्तानी जरनैल सिंह बिंद्रावाले व अन्य आतंकियों को पकड़ा जाए.
- ऐसे में यह खालिस्तानी आतंकी माने जाने वाले बिंद्रावाले स्वर्ण मंदिर में जा छुपे थे.
- जिसके बाद आज ही के दिन सन 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार की शुरुआत हुई थी.
- इस ऑपरेशन को कराने का मुख्य कारण था सभी खालिस्तानियों को पकड़ा जाना.
- परंतु सेना द्वारा इस गुरुद्वारे में प्रवेश के साथ ही गोलियों की वर्षा होने लगी थी.
- ऐसे में सेना को भी अपने बचाव के लिए गोलियां चलानी पड़ी थी.
- इस मुठभेड़ में कई मासूम जानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था.
- यही नहीं इस दौरान कई लोग बुरी तरह से ज़ख्मी भी हो गए थे.
- जिनके निशान आज भी उनके शरीरों पर मौजूद हैं और उन्हें आज भी वह भयावह मंज़र याद है.
- कई घंटों की मशक्कत के बाद सेना बिंद्रावाले तक पहुँच सकी परंतु सेना उसे ज़िंदा नहीं पकड़ सकी.
- इस ऑपरेशन के बाद पंजाब समेत पूरे देश भर में एक आक्रोश ने जन्म ले लिया था.
- जिसके बाद सिखों के खिलाफ हिंसा ने भी जन्म ले लिया था जिसके चले लाखों सिख मारे गए थे.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1966 में आज ही के दिन देश की मुद्रा में काफी गिरावट देखी गयी थी जिसके तहत यह घटकर 36.5 प्रतिशत हो गयी थी.
- 1974 में आज ही के दिन देश भर में स्माल पॉक्स नामक बीमारी ने एक महामारी का रूप ले लिया था.
- 1980 में आज ही के दिन मणिपुर यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई थी जो आगे चलकर बहुत प्रसिद्ध हुई थी.
- 1989 में आज ही के दिन रॉकेट त्रिशूल का सफल प्रक्षेपण किया गया था.
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