भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
गुरु हर गोविन्द जी का आज हुआ था जन्म :
- भारत के एक अभिन्न अंग बन चुके सिख समुदाय के 10 धर्म गुरु थे जिन्होंने उन्हें सही मार्ग दिखाया.
- उन्ही में से सिखों के 6वें गुरु हर गोविन्द सिंह का आज सन 1596 में जन्म हुआ था.
- बता दें कि गुरु हर गोविन्द सिंह गुरु अंगद देव के पुत्र थे जो बहुत ही शूरवीर थे.
- यही नहीं जब उनके पिता की हत्या कर दी गयी थी तब वे मात्र 11 वर्ष के थे.
- जिसके बाद उन्होंने इसी आयु में अपने धर्म का पालन करते हुए अपने पिता का पद संभाला था.
- बता दें कि गुरु हर गोविन्द एक शूरवीर थे जिन्होंने अकाल तख़त का निर्माण किया था,
- यही नहीं वे युद्ध में शामिल होने वाले सिखों के पहले गुरू बने थे.
- उन्होंने सिखों को युद्ध कलाएं सिखाने और सैन्य परीक्षण के लिये प्रेरित किया था.
- जिसके बाद सिखों द्वारा युद्ध कलाएं सीखी गयी और आज भी उसका प्रशिक्षण दिया जाता है.
- यही नहीं गुरु हर गोविन्द ने मीरी पीरी की भी स्थापना की थी.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1903 में आज ही के दिन देश में पहला विज्ञापन दिखाया गया था जिसे हीरालाल सेन द्वारा किया गया था.
- बता दें कि यह पहला विज्ञापन एक बालों की टॉनिक का था जिसके बाद इसकी खरीब काफी बढ़ गयी थी.
- 1947 में आज ही के दिन गांधीजी ने माउंटबेटन को पत्र लिखा था जिसमे जिन्ना की बात कही गयी थी.
- 1961 में आज ही के दिन केन्द्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान विश्वविद्यालय की मुंबई में स्थापना की गयी थी.
- 1986 में आज ही के दिन अमृतसर में आतंकवादी सिखों ने पंजाब के मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला की हत्या का आह्वान किया था.
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