भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
देश के रेडियो को दिया गया था नाम :
- आकाशवाणी जिसे हम आल इंडिया रेडियो के नाम से भी जानते हैं.
- इस रेडियो का देश की ज़मीन से एक अहम लगाव है.
- यह रेडियो उस समय शुरू हुआ था जब लोग मनोरंजन का मतलब नही नहीं जानते थे.
- आकाशवाणी के आने के बाद से ही लोग मनोरंजन को जान पाए.
- आकाशवाणी देश का पहला ऐसा मनोरंजन का साधन था जो देश के हर छोटे-बड़े घर में पाया जाता था.
- हर कोई वर्ग इसके द्वारा अपना मनोरंजन कर सकता था और करा सकता था.
- इस कारण आकाशवाणी का इतिहास में एक अहम पन्ना है.
- बता दें कि आज ही के दिन सन 1936 में रेडियो को आकाशवाणी नाम दिया गया था.
- जिसके बाद सन 1958 में इसे बदलकर आल इंडिया रेडियो के नाम से जाना जाने लगा था.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1915 में आज ही के दिन लोकमान्य तिलक की गीता रहस्य को प्रकाशित किया गया था.
- 1915 में आज ही के दिन मलयालम कहानी लेखक और उपन्यासकार पीसी कत्रिकृष्णान ‘उरुब’ का जन्म हुआ था.
- 1948 में आज ही के दिन एयर इंडिया की पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान मालाबार राजकुमारी ने बॉम्बे से लंदन के लिए पहली बार उड़ान भरी थी.
- 1999 में आज ही के दिन एटीपी ने पेस-भूपति को नंबर 1 की रैंकिंग युगल टीम के रूप में शामिल किया था.
- बता दें कि व्यक्तिगत डबल रैंकिंग में भूपति और पेस क्रमशः नंबर 1 और 2 थे
- 2000 में आज ही के दिन तीन राज्यों (एपी, कर्नाटक और गोवा) में बम विस्फोटों ने इन राज्यों के गिरिजाघरों को हिला कर रख दिया था.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें