प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी जन-धन योजना का उद्देश्य भ्रष्टाचार और दलालों के दखल पर प्रभावी रोक लगाना है. परंतु हाल ही में इस योजना से जुड़े एक गोरखधंधे का पर्दाफाश हो गया है. जिसमे कालेधन को ठिकाने लगाने की योजना बनाई जा रही थी.
क्या है जन-धन योजना :
- इस योजना के अनुसार साधनहीन लोगों को औपचारिक बैंकिंग से जोड़ा जाता है.
- इसके तहत सब्सिडी और गरीबों को दिए जाने वाले अन्य लाभों को सीधे उनके खाते में भेजा जाता है.
- परंतु इस योजना में कुछ अनैतिक तत्व इस महत्वाकांक्षी योजना का बेजा इस्तेमाल करने की फिराक में हैं.
- बताया जा रहा है कि काले धन को खपाने के लिए जन-धन खातों के प्लेटफॉर्म की पेशकश की जा रही हैं.
जन-धन रूट के लिए 50 फीसदी कमीशन की माँग :
- खबर है कि काले धन को ठिकाने लगाने हेतु इस रूट के लिए 50 फीसदी कमीशन माँगा जा रहा है.
- सरकार की सामान्य सेवा केंद्र योजना(CSC) के फ्रेंचाइजी और ग्रामीण उद्यमी अकबर अली ने यह मांग की है.
- गौरतलब है कि कुछ पत्रकारों ने अकबर अली से दिल्ली में एक कॉफी शॉप में बात की है.
- अकबर अली ने अंडर कवर रिपोर्टर्स को बताया, बहुत सारे जनधन खाते हैं.
- अकबर अली ने दावा किया कि वे कालेधन को जन-धन खातों में आसानी से जमा करवा सकता है.
- आपको बता दें कि यह वे खाते हैं जिन्हें उसने अपनी मदद से खुलवाया है.
- अकबर के अनुसार ऐसे करीब 8500 खाते हैं जिनमे वे अपना कालाधन ठिकाने लगा सकते हैं.
- अली के अनुसार अगले साल अप्रैल और मई में इन खातों में से रकम का 50 फीसदी मिल जाएगा जो व्हाइट होगा.
- आपको बता दें कि अली CSC योजना का ग्रामीण स्तरीय उद्यमी है.
- इस योजना को सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम का अहम हिस्सा माना जाता है.
- सीएससी स्थानीय आबादी को सरकारी संस्थानों, बैंकों और शैक्षणिक संस्थाओं से जोड़ने का साधन है.
- अली को डिजिटल इंडिया अभियान में योगदान देने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें