2019 के लोकसभा चुनावों में मोदी लहर को रोकने के लिए सपा और बसपा में गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन में कांग्रेस के भी शामिल होने की खबरें हैं हालाँकि अभी तक कुछ आधिकारिक रूप से सामने नहीं आया है। वहीँ कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस के स्तर प्रचार की सूची में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम है। इस बीच कांग्रेस से गठबंधन की खबरों के चलते समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने बगावत कर दी है। सपा प्रदेश अध्यक्ष की इस बगावत को कई बड़े नेताओं का समर्थन भी मिल रहा है।
अबू आजमी ने की बगावत :
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के धर्मनिरपेक्षता विरोधी रवैए से नाराज समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिख कर कांग्रेस से संबंध न रखने की सलाह दी है। अखिलेश को लिखे इस पत्र में आजमी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सपा को धोखा देती आयी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव या समाजवादी पार्टी के किसी पदाधिकारी की तरफ से महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आजमी के इस बयान पर टिप्पणी नहीं की गई है। अबू आजमी ने अखिलेश को पत्र लिखकर ऐसा कहने का बाकायदा कारण भी बताया है।
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बताया ये कारण :
प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने बताया कि 19 अप्रैल को मुंबई मनपा के प्रभाग समिति अध्यक्ष का चुनाव था। जिसमें समाजवादी पार्टी के 5 नगरसेवक हैं। प्रभाग समिति अध्यक्ष पद चुनाव में जीत के लिए 8 वोटो की ज़रूरत थी। आजमी के अनुसार, कांग्रेस नगरसेवक के वोट के लिए पार्टी विधायकों आरिफ नसीम खान, अमिन पटेल व असलम शेख सहित मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम से कई बार बात की। इन सबने कांग्रेस नगरसेवक का वोट सपा उम्मीदवार को दिए जाने का भरोसा दिलाया। लेकिन कांग्रेस के एकलौते नगरसेवक विठल लोकरे ने खुले आम कहा कि मैं अपना वोट समाजवादी पार्टी को नहीं बल्कि शिवसेना को दूंगा। मुझे यक़ीन है कि संजय निरुपम के इशारे पर ही कांग्रेस नगरसेवक का वोट शिवसेना को मिला है।
कांग्रेस के खिलाफ उतारुंगा प्रत्याशी :
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के इस बर्ताव से नाराज अबू आजमी ने अखिलेश को लिखे पत्र में साफ़ कह दिया कि यदि आगामी लोकसभा-विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस से गठबंधन किया तो मैं अपने अलग उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारुंगा। उन्होंने पत्र में कहा कि एक तरफ आप कांग्रेस के साथ और हम कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में फैसला अब आपको करना है कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन करना है कि नहीं।