उत्तर प्रदेश में फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को रामलीला में हिस्सा नहीं लेने देने के सवाल खूब विवाद हुआ है. कहा जा रहा है कि शिवसेना ने नवाजुद्दीन को बुढाना की रामलीला में हिस्सा नहीं लेने दिया.
देश बांटने की साजिश-
- नवाजुद्दीन सिद्दीकी को रामलीला में हिस्सा लेने से रोकने के मामले में शिवसेना ने किनारा कर लिया है.
- युवा शिवसेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा है कि मैंने नवाजुद्दीन सिद्दीकी जी से बात की है.
- उन्हें बताया कि उनकी पार्टी उस कारण का बिल्कुल समर्थन नहीं करती जिसके कारण उन्हें उत्तर प्रदेश में रामलीला करने से रोका गया.
- नवाज को रामलीला से हटने के लिए कहने वाले शख्श के बारे में आदित्य ठाकरे ने कहा कि कथित व्यक्ति, कोई पदाधिकारी है या नहीं इसके बारे में जानकारी इकट्ठा की जाएगी
- इसके लिए भाजपा विरोधी पार्टियों ने भाजपा और संघ पर भी निशाना साधा है.
- इसे समाज व देश बांटने की संघ की साजिश करार दिया है.
- भाजपा के भी ज्यादातर नेता इस मसले पर चुप रहे क्योंकि उनको इसका फायदा होता दिख रहा है.
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क्या है मामला-
- बता दें कि अपने गृहनगर बुढाना ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी रामलीला में मारीच की भूमिका निभाने की तैयारी कर रहे थे.
- लेकिन स्थानीय शिवसेना नेता के विरोध के कारण नवाजुद्दीन का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था.
- खुद को शिवसेना का बताने वाले लोगों ने नवाज से कहा कि वे एक मुस्लिम हैं और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है
- नवाजुद्दीन कार्यक्रम रद्द किये जाने के बाद काफी मायूस दिखाई दिए थे.
- नवाजुद्दीन ने पिछले सप्ताह इस घटना के बाद ट्वीट किया था.
- ट्वीट में उन्होंने कहा था कि इस साल नहीं तो अगले साल मै रामलीला का हिस्सा ज़रूर बनूंगा.
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