हाल ही में परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 के सफल परीक्षण के बाद अब भारत की अग्नि-6 को लेकर तैयारी है. बताया जा रहा है कि अग्नि-6 मिसाइल कई हथियार एकसाथ ले जाने में सक्षम होगा.
तकनीकी रूप से होगा चालाक :
- हाल ही में अग्नि-5 के सफल परिक्षण के बाद अब अग्नि-6 के लिए भारत तैयारी कर रहा है
- बताया जा रहा है कि अग्नि-6 दुश्मन के डिफेंस सिस्टम यानी MIRV को मात देने के लिए तकनीकी रूप से चालाक होगा.
- MIRV का मतलब किसी एक मिसाइल के कई न्यूक्लियर हथियार ले जाने की क्षमता से है.
- यह हथियार अलग-अलग टारगेट को हिट करने के लिए प्रोग्राम होते हैं.
- भारत दुनिया की बड़ी मिसाइल शक्तियों में पहले ही शामिल है.
- अग्नि-6 के पूरी तरह से वजूद में आने के बाद यह ताकत और बढ़ जाएगी.
- गौरतलब है कि बीते दिन भारत ने अपनी परमाणु शक्ति में और इजाफा किया है
- जिसके तहत बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का ओडिशा के एक द्वीप पर सफल परीक्षण किया था.
- इस परीक्षण के सफल होने के साथ ही अग्नि-5 मिसाइल को भारत के परमाणु बेड़े में शामिल किए जाने का रास्ता साफ हो गया है.
- कुछ और परीक्षणों के बाद इसे स्ट्रैटिजिक फोर्सेस कमांड (SFC) में शामिल कर लिया जाएगा.
- परमाणु क्षमता वाली अग्नि-5 मिसाइल 5,000 किलोमीटर की दूरी तक वार कर सकता है.
- इसकी पहुंच चीन के सुदूर उत्तरी क्षेत्रों, यूरोप और अफ्रीका तक है.
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम मोदी ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण पर DRDO को बधाई दी.
- राष्ट्रपति ने कहा कि इस मिसाइल से भारत की सामरिक व रक्षात्मक क्षमता मजबूत होगी.