2019 के लोकसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव आते ही कई पार्टी के कई नेता चुनाव लड़ने के लिए टिकट की दावेदारी करते हैं मगर इनमें से टिकट और चुनाव लड़ने का मौक़ा सिर्फ किसी 1 मिलता है जिस पर पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व भरोसा करता है। टिकट न मिलने से नाराज ऐसे नेता या तो बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं या दूसरी पार्टी में चले जाते हैं। कुछ ऐसा ही नजर फिर से देखने को मिला है जहाँ पर एक कद्दावर नेता ने अपनी पार्टी से इस्तीफा देते हुए समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर लिया है।
अखिलेश कर रहे 2019 की तैयारी :
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी सबसे आगे चल रही है। अन्य पार्टियों ने जहाँ इसके लिए अब तक कोई ख़ास तैयारी नहीं की है तो वहीँ सपा ने तो लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के लिए आवेदन फॉर्म तक निकाल दिया है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह के मैनपुरी से लड़ने का ऐलान अखिलेश कर चुके हैं। इसके पहले उपचुनावों में भाजपा को फिर से करारी हार देने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रणनीति के तहत प्रत्याशियों का चुनाव किया है। अगर पिछली बार की तरह इन उपचुनावों में भाजपा की हार हुई तो ये उसके लिए सीधे तौर पर खतरे की घंटी से कम नहीं होगा।
AIMIM नेता हुआ सपा में शामिल :
सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) में चुनाव से पहले बगावत हो गई है। एमआईएम के पूर्व महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष सैयद मोईन ने अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है। मोईन के सपा में शामिल होते ही पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर रिटर्न गिफ्ट दिया। इस दौरान महाराष्ट्र सपा प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने कहा कि सैयद मोईन के सपा में शामिल होने से मुंबई व महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी मजबूती मिलेगी। उनके अनुभव से पार्टी को फायदा होगा। एमआईएम से सपा में आने वाले अब्दुल समद अब्दुल करीम को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है।