लगातार घाटे में चल रही सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया जल्द बिक सकता है। इसका संकेत वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक कार्यक्रम में दिया है। जेटली ने कहा है कि एयर इंडिया का जल्द से जल्द निजीकरण करना समझदारी भरा कदम होगा।
निजीकरण करना होगा समझदारी :
- अरुण जेटली ने कहा सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया का निजीकरण करना समझदारी भरा कदम होगा।
- कहा कि सरकारी एयरलाइंस 55,000 करोड़ रुपये के घाटे में चल रही है।
- ऐसे में उसके लिए पैसे ना खपाकर उस रकम का प्रयोग देश के निर्माण कार्यों में किया जा सकता है।
- वित्त मंत्री ने कहा विमानन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हो रहे हैं।
- आगे कहा कि निजी एयरलाइंस से हवाई सफर सस्ता हो रहा है।
- उन्होंने कहा इस समय देश में 86 फीसदी लोग निजी एयरलाइंस में सफर कर रहे हैं।
- साथ ही हवाई किराए अब रेलवे के स्तर पर आ रहे हैं।
- जिससे आगे चलकर 100 फीसदी लोग भी निजी एयरलाइंस में सफर कर सकते हैं।
नहीं हुआ अभी कोई फैसला :
- नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने एयर इंडिया को बेचने के संबंध में अभी कुछ नहीं कहा है।
- लेकिन इस संबंध में संकेत उन्होंने भी दिए हैं।
- उड्डयन मंत्री ने कहा जहां तक एयर इंडिया का सवाल है मुझे बस यही कहना है कि हम सलाह ले रहे हैं।
- उन्होंने कहा अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
- कहा कि जैसे ही इस पर कोई फैसला हो जाता है हम मीडिया के माध्यम से लोगों को इसकी जानकारी दे देंगे।
करीब 55 हजार करोड़ रुपए के घाटे में चल रही एयर इंडिया :
- बता दें कि एयर इंडिया करीब 55 हजार करोड़ रुपए के घाटे में चल रही है।
- एयर इंडिया के निजीकरण पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है।
- नीति आयोग ने भी एयरलाइंस के निजीकरण की सिफारिश की थी।
- नीति आयोग में सलाहकार मनोज सिंह भी कह चुके हैं कि सरकार का एयरलाइंस चलाने का कोई तुक नहीं बनता।
- उन्होंने कहा कि विमान सेवा कंपनी चलाना काफी जोखिम भरा कारोबार है।