भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एक कार्यक्रम में शिरकत की जहाँ उन्होंने जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाये जाने के मामले पर बात की।
समाज की प्रतिक्रिया निंदनीय:
- भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एक कार्यक्रम में जेएनयू विवाद पर बात की।
- गौरतलब है कि, 9 फरवरी को जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगे थे।
- जिसमे कन्हैया, उमर खालिद समेत कई लोगों की गिरफ़्तारी भी हुई थी।
- जेएनयू जैसे मुद्दों पर आम लोगों की प्रतिक्रिया से नाराज दिखे अजीत डोभाल ने कहा कि, ऐसे नारे लगने पर सिर्फ एक मूकदर्शक बने रहना देश को बरबाद करने जैसा है।
- अजीत डोभाल ने कहा कि, “कुछ ऐसे लोग जिन्होंने देश के लिए कुछ भी नहीं किया और सड़क पर आकर नारेबाजी करते हैं, भारत के टुकड़े करने की बात करते हैं। उन्होंने जो कहा वो ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि हमारा समाज ने इसके खिलाफ कैसी प्रतिक्रिया दी ये ज्यादा महत्वपूर्ण है”।
- उन्होंने आगे कहा कि, “अगर देश विरोधी मामलों को समाज न्यूज़ आइटम समझ कर मूक बना रहेगा और ऐसे वाकये यदि आपको झकझोरते नहीं हैं तो राष्ट्रीय इच्छाशक्ति उस स्तर पर नहीं है जहाँ होनी चाहिए”।
- उन्होंने आगे कहा कि, “जब आप नकारात्मक चीजों की बात करते हैं तो इसका मतलब आपको सकारात्मक चीजों पर गर्व नहीं है, आपको उस चीज पर शर्म आती है जो आपके पूर्वजों ने किया है”।
- इसके साथ ही देश में आईएसआईएस के प्रभाव पर उन्होंने कहा कि, “भारत के मुसलमान आईएसआईएस को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, कुछ युवा आईएसआईएस के संपर्क में आये थे, जिनकी सरकार द्वारा काउंसिलिंग करायी जा रही है।
- अजीत डोभाल ने कहा कि, “इस्लाम के कट्टरपंथी विचारधारा के लोग भारत में जड़ें ज़माने की कोशिश कर रहे हैं, जो हम कभी नहीं होने देंगे।