मुलायम सिंह यादव ने फिर से कुनबे को एक करने की कोशिश की. उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी सुनाई. उन्होंने कहा कि आलोचना को झेलकर जो आगे बढ़ता है वही बड़ा नेता होता है.
शिवपाल और अखिलेश के वक्तव्य के बाद मुलायम सिंह ने माहौल को नरम करने की कोशिश की. उन्होंने शिवपाल और अमर सिंह के प्रति प्रेम जाहिर किया. साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव की क्लास भी ली. लेकिन माहौल तब ख़राब हुआ जब अखिलेश और शिवपाल के गले मिलने के तुरंत बाद ही इन दोनों नेताओं के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. शिवपाल यादव द्वारा अखिलेश के हाथों से माइक छीनने की बात भी सामने आई.
गले मिले लेकिन दिल नही मिले:
मुलायम सिंह यादव के कहने पर अखिलेश और शिवपाल गले तो मिले लेकिन उनके दिल नहीं मिले!
- दोनों के बीच आशु मलिक को लेकर विवाद हो गया.
- बैठक के दौरान आशु मलिक का विरोध भी किया गया.
- पार्टी कार्यालय के बाहर नारेबाजी और मारपीट भी होती रही.
- पार्टी के विधायक अखिलेश के चेहरे के साथ चुनावी मैदान में जाना चाहते हैं.
- अखिलेश यादव के समर्थकों और शिवपाल के समर्थकों में झड़प भी हुई है.
- इस बीच अखिलेश यादव अपने आवास के लिए रवाना हो गए.
- मुलायम सिंह की मौजूदगी में सब कुछ होता रहा मंच पर.