मोदी सरकार अपने कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. इसके लिए संसद के बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 9 फरवरी तक बुलाया गया है. इस दौरान सरकार 29 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी और फिर एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की संयुक्त बैठक के साथ सत्र शुरू होगा. वित्त मंत्री अरुण जेटली मोदी सरकार के कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगे. सर्वदलीय बैठक संसद की लाइब्रेरी में संपन्न हुई जिसमें पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. जबकि शाम 7 बजे लोकसभा स्पीकर ने भी सभी दलों की बैठक बुलाई है. कई मुद्दों पर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध को देखते हुए सुमित्रा महाजन ने ये बैठक बुलाई है.
लोकसभा स्पीकर ने भी बुलाई है बैठक
आज लोकसभा स्पीकर ने संयुक्त सत्र की बैठक बुलाई है जिसमें सरकार और विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर टकराव देखने को मिल सकता है. पेट्रोल-डीजल की कीमतों के अलावा ट्रिपल तलाक बिल का मुद्दा भी गर्म रहने के आसार हैं. ऐसा माना जा रहा है कि मोदी सरकार का आखिरी बजट राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. आगामी चुनाव को देखते हुए कई लुभावने घोषणाओं के जरिये सरकार अपनी स्थिति मजबूत करने में कोई कसर नहीं बाकी रखना चाहेगी.
कल से शुरू हो रहा है बजट सत्र:
कल से बजट सत्र शुरू रहा है जिसमें बहस के आसार को देखते हुए पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. वित्त मंत्री अरुण जेटली मोदी सरकार के कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट पेश करेंगे. इस बजट को लेकर काफी गहमागहमी है और ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल और होम लोन के लिए ये बजट काफी अहम हो सकता है. वहीँ टैक्स स्लैब पर भी लोगों की नजरें होंगी. ऐसे में विपक्ष के लामबंद होने के आसार भी नजर आ रहे हैं.