आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग को करनी थी. इसके लिए सुबह 11 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त को प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव की तारीख का ऐलान करना था.
12 मई को पड़ेंगे वोट:
इस बीच विवाद की स्थिति तब उत्पन्न हो गयी जब मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कर्नाटक चुनाव की घोषणा कर रहे थे, उसी समय बीजेपी के आईटी सेल के अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ट्विट में मालवीय पहले ही कर्नाटक चुनाव की तारीख का एलान कर देते है.
इससे यह विवाद खड़ा हो गया है कि आखिर चुनाव आयोग की घोषणा से पहले अमित मालवीय को कैसे पता चल गया कि चुनाव तारीखें क्या होंगी? जबकि अभी चुनाव आयोग प्रेस कांफ्रेंस कर रहा था और उसमें यह तारीखों की घोषणा नहीं की गई थी? यह विवाद इसलिए भी बढ़ गया क्योंकि इसमें की गई दो भविष्यवाणियों में से एक सटीक निकली.
मामला देखा जाये तो गंभीर है. जहाँ एक और अब चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे है, वही बीजेपी के द्वारा किसी गुप्त सूचना को उक्त विभाग से पहले ही लीक कर देना थोडा अजीब लगता है.
मालवीय ने ट्विट में बताया कि कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होंगे और 18 मई को वोटो की गिनती. हालाँकि मुख्य चुनाव आयुक्त ने 12 मई को चुनाव और 15 मई को काउंटिंग की तिथि का एलान किया है.
मामला लोगों के संज्ञान में आने के बाद अमित मालवीय ने अपना ट्विट हटा दिया. इस बारे में जब मुख्य सूचना आयुक्त ओपी रावत से पूछा गया तो उन्होंने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए कार्यवाई करने की बात कही है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव: आज हो सकती है तारीखों की घोषणा