2019 के लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अभी से ही पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अगले लोकसभा चुनाव के लिए 300+ का टारगेट दे दिया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लिए उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन से पार पाना भी एक चुनौती से कम नहीं होगा। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा दे दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेज दिया है।
2019 के पहले भाजपा को झटका:
आंध्र प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों में लगी भाजपा के बुरी खबर आयी है। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेता और विशाखापटनम सांसद हरि बाबू ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफ़ा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेज दिया है। बीजेपी सूत्रों ने कहा कि तेलगू देसम पार्टी के NDA से अलग होने के बाद किसे बड़े परिवर्तन की आशंका पहले से थी। अब भाजपा ने आंध्र प्रदेश में अपनी ताकत बढ़ानेकी के लिए एक नई रणनीति तैयार कर ली है। इसी के तहत प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया है।
ये हो सकते हैं नए प्रदेश अध्यक्ष:
भाजपा के सूत्रों के अनुसार, एमएलसी सोमू वीरराजू, विधायक और पूर्व मंत्री पी मानिकला राव, यूपीए सरकार में पूर्व कांग्रेस नेता काना लक्ष्मीनारायण और पूर्व केंद्रीय मंत्री डी पुरंदारेश्वरी का नाम अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल है। लक्ष्मीनारायण और पुरंदारेश्वरी दोनों ने कांग्रेस छोड़ कर 2014 में बीजेपी ज्वाइन की थी। कापू समुदाय से आने वाले वीराराजू और राव के अध्यक्ष बनने की संभावना सबसे ज्यादा है। बीजेपी भी राज्य में कापू समुदाय के एक नेता की नियुक्ति के लिए उत्सुक है। सूत्रों से खबर है कि इस्तीफ़ा देने वाले प्रदेश अध्यक्ष हरि बाबू को केंद्र में एक महत्वपूर्ण पद मिल सकता है।