समाजवादी पार्टी के दो दिग्गजों सीएम अखिलेश और कैबिनेट मंत्री शिवपाल के बीच मतभेद गहरे हो गए हैं। आगामी चुनाव के लिए खींचतान तेज हो गई है। इस बीच यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने सोमवार को सातवीं बार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राजभवन लखनऊ के गांधी सभागार में सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यपाल राम नाईक ने चार नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
- कैबिनेट विस्तार के इस कार्यक्रम से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सीएम अखिलेश के चाचा शिवपाल ने खुद को किनारे कर लिया। सूत्रों का कहना है कि कौमी एकता दल के सपा में विलय न होने के बाद शिवपाल यादव नाराज हैं और वे इस समय इटावा में है।
- हालांकि सपा की तरफ से कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव ने सीएम अखिलेश से फोन पर बात की थी, और बताया था कि वे कैबिनेट विस्तार के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पायेंगे।
- लखनऊ में कैबिनेट विस्तार के दौरान अखिलेश यादव के चाचा और सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव के अलावा आजम खान भी शपथ ग्रहण समारोह से नदारद रहे।
- इस कैबिनेट विस्तार में पिछले दिनों कौमी एकता दल के विलय को लेकर खड़े हुए घमासान में कुर्सी गंवाने वाले बलराम यादव को फिर से मंत्री बनाया गया है।
- वहीं कौमी एकता दल के सपा में विलय न होने के बाद शिवपाल यादव भी नाराज हो गए हैं सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुख्तार अंसारी पर सीएम के रूख से शिवपाल खफा हैं।
- बता दें, कि वह इस समय इटावा में है और माना जा रहा है कि सोमवार देर शाम तक शिवपाल राजधानी लखनऊ आएंगे।
शिवपाल और मुझ में नहीं है अंतरः
- वहीं, अमर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शिवपाल के शपथ ग्रहण समारोह में ना आने को मीडिया मुद्दा ना बनाए।
- अमर सिंह ने सफाई पेश करते हुए कहा कि शिवपाल काम में व्यस्त थे इसलिए कार्यक्रम में नहीं पहुंच पायें। पार्टी में किसी की कोई नाराजगी नहीं है।
- अमर सिंह ने आगे कहा कि शिवपाल सिंह में और मुझ में कोई अंतर नहीं है।