प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वार 500 और 1000 के नोट बंद किये जाने के बाद देश भर में कैश की किल्लत बनी हुई है । ऐसे में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बयान दिया है कि 15.44 लाख करोड़ रुपये के पुराने अमान्य नोटों की जगह पर सरकार पूरे नोट नहीं छापेगी। जेटली ने कहा कि डिजिटल पेमेंट से करेंसी की दिक्कत को दूर किया जायेगा। बता दें कि पीएम मोदी ने लोगों से 50 दिनों का समय माँगा था जिसमे की अब सिर्फ 12 दिन ही शेष हैं।
जानिये कम नोट छपने के बावजूद कैसे होगी समस्या दूर
- नोटबंदी के बाद देश भर में 500 और 1000 रूपए के नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे।
- जो कि लगभग 15.44 लाख करोड़ रुपये के करीब थे।
- वित्तमंत्री अरुण जेटली ने नोतेबंदी के कदम को साहसिक कदम बताया है।
- उन्होंने कहा की भारत में इतनी क्षमता है कि वह इस तरह के कदम उठा सके और इसका अनुभव उठा सके।
- वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा की सरकार पूरे नोट नहीं छापेगी।
- जेटली के इस बयान के बाद नई बहस छिड़ गई है।
- बता दें की नोट बंदी के बाद से देश भर में कैश की किल्लत बनी हुई है ।
- ऐसे में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि डिजिटल पेमेंट से करेंसी की दिक्कत को दूर किया जायेगा।
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