नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में पिछले एक साल में रेप के 7 फ़ीसदी मामलों में कमी आई है।
36 राज्यों में से 15 राज्यों में हुई गिरावट:
- नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने अपनी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है कि।
- देश में पिछले एक साल में रेप के 7 फ़ीसदी मामलों में कमी आई है।
- इतना ही नहीं कुल 36 राज्यों में से 15 राज्यों के आपराधिक स्तर पर गिरावट दर्ज की गयी है।
- रिपोर्ट ये भी दावा करती है कि, महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामलों में 3 फीसदी की गिरावट हुई है।
यूपी में महिलाओं के खिलाफ 35 हजार से ज्यादा वारदातें:
- एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ पिछले एक साल में करीब 35 हजार से ज्यादा वारदातें हुई हैं।
- वहीँ रेप में अव्वल रहने वाले मध्य प्रदेश में भी दुष्कर्म के मामलों में 13 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है।
- वहीँ कुल 28165 मामलों के साथ राजस्थान चौथे नंबर पर है।
- राज्य और केंद्र शासित राज्यों में लक्षदीप में एक भी रेप का मामला नहीं दर्ज किया गया है।
- वहीँ रिपोर्ट में गैंगरेप के मामलों में भी 10 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज होने की बात कही है।
- वहीँ, दहेज़, घरेलू हिंसा आदि के मामलों में भी 3 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है।
- 2014 में यह आंकड़ा 37,413 मामले थे, जो 2015 में 34,651 मामले थे।
- पूरे देश में 16 से 30 साल की महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा रेप की वारदातें हुई हैं।
- रिपोर्ट के मुताबिक, रेप के कुल मामलों में 65 फ़ीसदी महिलाएं इसी उम्र की थीं।
- रिपोर्ट में शर्मनाक बात या है कि, रेप के 1,602 मामलों में पीड़ित की उम्र मात्र 6 से 12 साल के बीच थी।
95.5 फ़ीसदी मामलों में रेप आरोपी पीड़ित के परिचित:
- एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 में रेप के कुल 34,651 मामले दर्ज किये गए।
- जिनमें 33,098 मामलों में आरोपी पीड़िता के परिचित थे।
- रिपोर्ट में हिमांचल प्रदेश, चंडीगढ़ समेत सात राज्यों में सभी आरोपी पीड़ितों के पूर्व परिचित होने की बात कही गयी है।
- इन पीड़ितों में 6 साल से कम उम्र की बच्चियों से लेकर 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं तक शामिल हैं।
महिलाओं के खिलाफ कम हुआ है अपराध:
- रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल महिलाओं के साथ करीब 3.27 लाख से ज्यादा अपराध के मामले दर्ज किये गए थे।
- जो 2014 से 3 फ़ीसदी कम है और इनमें 1.3 लाख मामले सेक्सुअल हैरसमेंट के हैं।
वारदातों की तीन नयी केटेगरी बढीं:
- रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 में 60 हजार से अधिक महिलों का किडनैप किया गया।
- जिसमें से करीब 31 हजार से ज्यादा महिलाओं को शादी के लिए किडनैप किया गया।
- इसके अलावा दफ्तर में होने वाली छेड़छाड़ के मामलों में दोगुना इजाफा हुआ है।
- साथ ही रिपोर्ट में वारदातों की तीन नयी केटेगरी भी शामिल की गयी हैं।
- जिसके तहत लिव-इन पार्टनर या पूर्व पति, शादी का झांसा देकर रेप और पीड़ित के परिचित शामिल हैं।
- इसमें करीब 9,913 मामले दर्ज किये गए हैं।
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