गत पांच मार्च को अटारी-वाघा बॉर्डर पर देश का सबसे ऊंचा तिरंगा फहराया गया था. जिसे देखकर सभी गौरवान्वित हुए थे. इस तिरंगे की विशेषता यह थी कि इसकी ऊंचाई इतनी थी कि इसे पाकिस्तान के लाहौर से भी बड़ी आसानी से देखा जा सकता था. परंतु इसकी स्थापना होने के साथ ही इसमें अब खामियां नज़र आने लगी हैं. दरअसल इस अंतराल में यह तिरंगा तीन बार फट चुका है. हालाँकि इसके फटने के बाद इसे तुरंत बदल दिया जाता है, परंतु फिर भी इसके फटने के बाद अब यहाँ के अमृतसर सुधार ट्रस्ट(AIT) द्वारा इस मामले में जांच की मांग उठायी गयी है.

हवा का तेज़ बहाव नहीं झेल पा रहा तिरंगा :

  • पंजाब के अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीते दिनों देश का सबसे ऊंचा तिरंगा लहराया गया था.
  • जिसके बाद अब इस तिरंगे से जुड़ी शिकायतें सामने आने लगी हैं.
  • दरअसल इस दौरान यह तिरंगा अब तक करीब तीन बार फट चुका है.
  • हलाकि इस तिरंगे की देख-रेख में कोई कसार नहीं छोड़ी जा रही है.
  • साथ ही इसके फंटने के साथ ही इसे तुरंत बदला भी जा रहा है.
  • आपको बता दें कि यह तिरंगा इतनी ऊंचाई पर हवा का तेज़ बहाव सहन नहीं कर पा रहा है.
  • जिसके बाद अब यहाँ के अमृतसर सुधार ट्रस्ट(AIT) द्वारा इस माले की जांच की मांग उठायी गयी है.
  • आपको बता दें कि यह तिरंगा 350 फीट ऊंचा है, जिसे दूर-दूर से देखा जा सकता है.
  • यदि तिरंगे के मांप की बात करें तो यह 120 फीट लंबा व 80 फीट चौड़ा है.
  • बता दें कि इस ट्रस्ट के अनुसार यह तिरंगा लगाने से पहले तकनीकी जाँच में कुछ कमी रही है.
  • जिसकी वजह से यह तिरंगा बार-बार फट रहा है और देश की इज्ज़त पर उंगली उठा रहा है.
  • बता दें कि ट्रस्ट द्वारा इस मामले में जांच कर दोषी को सज़ा देने की भी बात की गयी है.
  • जिसके बाद अब देखना यह है कि सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें