महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दो गुटों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत के बाद तनाव बरकरार है. क्षेत्र में धारा 144 लगाई गयी है. इन्टरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी है. हालातों की गंभीरता को देखते हुए एसआरपीएएफ की 7 और दंगा नियंत्रण पुलिस की 1 कंपनी तैनात की गई है.
दंगाइयों ने जलाई 100 दुकानें और 80 गाड़ियां:
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में शुक्रवार रात भड़की हिंसा के बाद आज हालात काबू पाने की बात कर रही है. पूरे इलाके में पुलिस बलों की तैनाती की गई है. धारा 144 शनिवार से ही लागू है ताकि बाकी इलाकों में हिंसा न फैले.
पुलिस ने शनिवार को कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और चौकसी बढ़ा दी गई है. बता दे इस हिंसा में अब तक तीन मामले दर्ज किए गए हैं और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
औरंगाबाद के कार्यवाहक कमिश्नर और स्पेशल आईजी मिलिंद भारांबे ने 2 लोगों की मौत पर कहा कि दो में से एक की मौत प्लास्टिक बुलेट लगने से हुई, जबकि दूसरे की गिरने की वजह से. कुछ पुलिस अधिकारियों और कांस्टेबल को भी चोट लगी है. स्थिति नियंत्रण में है.
उन्होंने कहा कि मौके पर स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स (एसआरपीएएफ) की 7 और दंगा नियंत्रण पुलिस की 1 कंपनी तैनात की गई है. मिलिंद भारांबे ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और गिरफ्तारी से पहले पूरी पड़ताल की जा रही है.
अवैध नल कनेक्शन कटना बना सांप्रदायिक मुद्दा:
गौरतलब है कि, औरंगाबाद में शुक्रवार को दो गुटों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस और लोगों के बीच झड़प में 10 पुलिसवाले और 40 से ज़्यादा लोग घायल भी हुए थे.
विवाद दो गुटों के बीच नल के कनेक्शन को लेकर शुरू हुआ था और धीरे-धीरे यह बढ़ता गया. विवाद के बाद पथराव और आगजनी की घटनाए हुईं. शाहगंज इलाक़े में कुछ दुकानों और गाड़ियों को भी आग के हवाले किया गया.
भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा. पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा दी है और इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगा दी गई है.
बता दें कि दंगाइयों ने 100 दुकानें और 80 गाड़ियों को जला दिया. शनिवार रात से दंगा और आगजनी के आरोप में 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
क्या है मामला:
महाराष्ट्र में औरंगाबाद की महानगरपालिका की ओर से एक समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल का पानी काटे जाने की अफवाह के बाद शुक्रवार की रात को दो समुदायों में सांप्रदायिक हिंसा शुरू हो गयी.
इस उग्र हिंसा में दो लोगों की मौत हो गयी. 40 से अधिक लोग घायल हैं। पानी काटे जाने को लेकर दो गुटों में शुरू हुई बहस ने एकदम से सांप्रदायिक रंग ले लिया और औरंगाबाद दंगे की आग में झुलस गया।
दंगाइयों ने कई वाहनों और दुकानों को आग लगा दी। दंगा रोकने आई पुलिस से हुई झड़प में कई पुलिस वाले भी घायल हुए हैं।