कर्नाटक चुनाव के काफी गहमागहमी के बाद भाजपा ने कर्नाटक में अपना कमल खिलाया है। आज सुबह बी एस येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ राज्यपाल वजुभाई ने दिलवाई। बता दें कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बाद येदियुरप्पा शपथ ले रहे हैं। इससे पहले राजभवन आते समय येदियुरप्पा ने रास्ते में राधा-कृष्ण मंदिर में दर्शन पूजन किया। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक येदियुरप्पा शपथ ग्रहण समारोह के बाद सदन में बहुमत साबित करने की तारीख का ऐलान कर सकते हैं।
पहली बार दक्षिण भारत में खिला कमल
बता दें कि दक्षिण भारत में अब तक कांग्रेस व अन्य पार्टियां ही सत्ता में काबिज रहीं है। इतिहास में पहली बार दक्षिण भारत में भाजपा ने अपना कमल खिलाया है। बता दें कि 75 साल के येदियुरप्पा शिकारीपुर से चुनाव जीते हैं। पहली बार येदियुरप्पा ने जेडीएस से मिलकर 2006 में सरकार बनाई। वहीं कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
कांग्रेस और जेडीएस कर रही है राज्यपाल का विरोध
बता दें कि कांग्रेस और जेडीएस राज्यपाल वजुभाई वाला के इस फैसले के खिलाफ राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है. विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 16000 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से किया इनकार
इससे पहले येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण को रोकने के लिए कांग्रेस और जेडीएस ने सुप्रीम कोर्ट में बुधवार रात याचिका दी थी. जिस पर कोर्ट ने बुधवार के ही देर रात सुनवाई की. करीब 3.30 तक चली इस ऐतिहासिक सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर तो रोक लगाने से इनकार कर दिया. इस मामले की सुनवाई अब शुक्रवार सुबह 10:30 बजे की जाएगी. जिसमें कोर्ट ने दोनों पक्षों से विधायकों की लिस्ट भी लाने को कहा है.