नए साल की शुरुआत ही रेल हादसों से हुई है.कल देर रात आंध्र प्रदेश में विजयनगरम जिले के कुनेरू स्टेशन के पास जगदलपुर- भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से 39 लोगों की मौत हो गई।ये इस साल का चौथा बड़ा रेल हादसा है.
रेल हादसों पर विपक्ष उठा रहा सवाल
- विपक्ष रेल हादसों के बढ़ते चलन पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों ले रहा.
- केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही बुलेट ट्रेन लायी जायेगी.
- भारतीय रेलवे द्वारा समय समय पर लापरवाही देखी गयी है.
- जिसके चलते कई ट्रेनें दुर्घटना का शिकार हुई हैं.
- मोदी सरकार को सत्ता में आये हुए ढाई साल हो गए.
- इस द्दौरान देश में कई रेल हादसे हुए.
मोदी सरकार में हुए रेल हादसों पर एक नजर
- बीस नवम्बर को हुए कानपुर रेल हादसे की यादें अभी भी ताज़ा हैं.
- इस दुर्घटना में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
- 25 जुलाई 2016 को को भदोही में रेल हादसा,इसमें सात बच्चों की मौत हुई थी.
- इस हादसे में मिनी स्कूल वैन ट्रेन की चपेट में आ गयी थी.इस वैन में 19 बच्चे सवार थे.
- 20 मार्च 2015 वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी.
- इस हादसे में 34 लोगों की मौत हुई थी.रायबरेली के पास हुआ था ये हादसा.
- 25 मई 2015 को कौशाम्बी रेलवे स्टेशन पर मूरी एक्सप्रेस पटरी से उतरी.
- इस हादसे में 25 लोग मारे गए थे जबकि तीन सौ से ज्यादा घायल थे .
मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस और पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस पटरी से उतरी
- 5 अगस्त 2015 को दस मिनट के अंतराल पर दो ट्रेनें हादसे का शिकार हुईं.
- इटारसी-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो ट्रेनें मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस और
- पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गईं थी जिसमें 31 लोग काल का ग्रास बने थे.
- मई 2014 में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में कोंकण रेलवे रूट पर छह डब्बे इंजन सहित ट्रैक से उतर गए थे.
- इस रेल हादसे में बीस लोगों की मौत और 124 लोग घायल हुए थे.
- 26 मई 2014 को उत्तर प्रदेश में एक बड़ा रेल हादसा हुआ था.
- गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी को टक्कर मार दी थी.
- संत कबीर नगर में ये रेल हादसा हुआ था जिसमें 22 लोगों की मौत