बैंकों में दो दिन की हड़ताल है. 30-31 मई को बैंक कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है. इस हड़ताल से नगद की कमी होने की भी सम्भावना हैं. इसलिए जरूरी काम आज ही निपटा ले. आज के बाद बैंक अब 1 जून को खुलेंगे.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों ने 30 मई से दो दिन की हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है. ये हड़ताल भारतीय बैंक संघ (IBA) की वेतन में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी के विरोध में किया जा रहा है.
देशभर में बैंक कर्मियों के दो दिन हड़ताल पर जाने का असर बैंकिंग कामकाज पर पड सकता है. आज के बाद बैंक में अगला कामकाज 1 जून को होगा. हड़ताल की वजह से नगद रुपयों को निकालने में भी परेशानी हो सकती है.
हालाँकि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. वहीं बैंकों ने आश्वासन दिया हैं कि एटीएम से कैश निकालने में कोई परेशानी नहीं होगी. हड़ताल पर जाने से पहले एटीएम में पर्याप्त कैश भर दिया जाएगा.
बहरहाल 2 दिन की हडताल से एटीएम में कैश की किल्लत होना स्वाभाविक बात है. यह समस्या उन लोगों के लिए ज्यादा बड़ी है जो महीने के अंत में यह पहली तारीख को कई लेन-देन निपटाते हैं. ऐसे में खाते में अगर पैसा नहीं आया तब भी समस्या है और अगर पैसे आ भी जाते हैं तब उन्हें निकालने में भी समस्या है.
निजी बैंकों मे दिक्कत कम:
गौरतलब हैं कि जिन लोगों के खातें निजी बैंकों में हैं उन्हें ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना होगा. लेकिन जिन नौकरी पेशा और बिजनेस मैन के खाते सरकारी बैंकों में हैं उन्हें इस हड़ताल के दौराम दिक्कतें झेलनी होंगी.
देखा जाता रहा हैं कि एक दिन की हड़ताल में करोड़ों रुपये के चेक और ड्राफ्ट का क्लीयरेंस अटक जाता है तो दो दिन की हड़ताल में कितने करोड़ों का क्लीयरेंस अटकेगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
कई बार देखा जाता है कि इस प्रकार की हड़ताल से देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है.
बहरहाल कहा जा सकता है कि दो दिन की हड़ताल में नौकरीपेशा और बिजनेसमैन लोगों को आज ही अपने महत्वपू्र्ण काम निपटा लेने चाहिए.