भोपाल सेन्ट्रल जेल में हेड कांस्टेबल की हत्या कर फरार हुए 8 सिमी आतंकियों को पुलिस द्वारा इंतखेड़ी गांव के पास घेर लिया गया । जहाँ हुई मुठभेड़ में इन 8 आतंकियों की मौत हो गई । लेकिन जेल से फरार आतंकियों का ये एनकांउटर अब सवालों के घेरे में खड़ा है। कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) तथा आम आदमी पार्टी (आप) जैसी राजनितिक पार्टियों ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है । राजनितिक पार्टियों के साथ-साथ मानवाधिकार आयोग ने भी पुलिस और मध्यप्रदेश सरकार को इस मामले में तलब किया है और इस सम्बन्ध में 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।
सवालों के घेरे में भोपाल एनकाउंटर?
भोपाल सेन्ट्रल जेल से हेड कांस्टेबल की हत्या कर फरार 8 सिमी आतंकियों के एनकाउंटर पर खड़े हुए ये सवाल
- आतंकी जेल से भागे या भगाए गए?
- 2013 में खंडवा जेल से भागे 7 आतंकीयों में से 3 इन 8 में शामिल थे।
- जेल में सिमी के 30 आतंकी बंद थे फिर वहां सुरक्षा इतनी लचर क्यों थी?
- भागे हुए आतंकी घड़ी और जूतों में कैसे थे ?
- 4 देसी कट्टे और 3 धारदार चाकू मिलने के बावजूद चश्मदीद ने आतंकियों के पास सिर्फ डंडे, चाकू और पत्थर ही क्यों बताए?
- आतंकियों का एनकाउंटर फरार होने के 10 घंटे के अन्दर ही कैसे हो गया ?
- फरार हुए सभी आतंकियों में क्या किसी एक को भी जिंदा पकड़ना संभव नही था ?