बिहार के बहुचर्चित टॉपर घोटाले के बाद अब जाकर बिहार स्कूल इग्जामिनेशन बोर्ड(बीएसईबी) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की । बीएसईबी ने घोटाले की जांच के बाद 68 इंटर कॉलेजों और 19 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने अपनाया कड़ा रवैया
- आपको बता दें कि पिछले दिनों बिहार बोर्ड में 12वीं में टॉप करने वाले छात्रों को अपने विषयों की बेसिक जानकारी भी नहीं होने का मामला सामने आया था।
ये भी पढ़ें : बार्डर पास के राज्यों की ऑयल रिफाइनरी को निशाना बना सकते हैं आतंकी !
- जिसके बाद बिहार सरकार और बिहार बोर्ड तुरंत हरकत में आ गया था और परिणाम रद्द कर दिए गए थे।
- इसी टॉपर घोटाले कि जांच के बाद बिहार स्कूल इग्जामिनेशन बोर्ड(बीएसईबी) द्वारा कड़ी करवाई कि गई है।
- बीएसईबी ने मंगलवार को 68 इंटर कॉलेजों के साथ साथ 19 स्कूलों कि मान्यता भी रद्द कर दी है ।
क्या था टॉपर्स घोटाला ?
- वर्ष 2016 मई में जब बिहार बोर्ड का फैसला आया ।
- तो उसमे आर्ट्स में रूबी रॉय और साइंस में सौरभ श्रेष्ठ ने टॉप किया ।
- इन टॉपर्स का इंटरव्यू लेने इनके घर जब कुछ पत्रकार पहुंचे।
ये भी पढ़ें :मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मीला ने किया नयी पार्टी का गठन!
- तो उन्होंने टॉप करने वाले इन विद्यार्थियों से कुछ बुनियादी प्रश्न किया ।
- पत्रकारों ने पाया कि बोर्ड टॉप किये ये बच्चे मामूली से मामूली प्रश्नों का भी उत्तर नही दे पा रहे हैं ।
- पत्रकारों ने जब आर्ट्स कि टॉपर से उनके विषय ‘पोलिटिकल साइंस’ का सही उच्चारण करने को कहा ।
- तो टॉपर रूबी रॉय अपने ही विषय ‘पोलिटिकल साइंस’ का सही उच्चारण नही कर पाई ।
- इसके घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया और विषुनराय कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई।
ये भी पढ़ें :जमीन, हवा और समुद्र से ‘न्यूक्लियर अटैक’ करने में सक्षम हुआ भारत!