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बिहार दंगे- 14 दिन में 4 जिलों में सांप्रदायिक हिंसा

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बिहार में सांप्रदायिक हिंसा रुकने का नाम नही ले रही. बीते 14 दिनों में बिहार के चार जिलों तक इस सांप्रदायिक हिंसा की आग फैल चुकी है.

केन्द्रीय मंत्री अश्विन चौबे के बेटे पर है दंगे भड़काने का आरोप:

बिहार के भागलपुर में 17 मार्च को सबसे पहले सांप्रदायिक देंगे हुए थे. बता दे कि भागलपुर में हुए सांप्रदायिक हंगामे भड़काने को लेकर बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे का नाम सामने आया था. जिसके बाद पुलिस ने अर्जित के खिलाफ वारेंट जारी करवाया था. हालाँकि पुलिस अभी भी अर्जित की खोज में है. बहरहाल भागलपुर ने उठी आग बिहार के ही समस्तीपुर, शेखापुर और नवादा तक पहुँच गयी.

जहाँ समस्तीपुर और शेखपुरा में दो समुदाय के लोगों में झड़प हो गयी, वहीं शुक्रवार को एक धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचने के बाद नवादा में भी उपद्रव होने लगा. उपद्रवियों ने सड़क जाम कर दिया और बस, ट्रक व अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की। उग्र लोगों ने एक दुकान और बाइक को आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हवाई फायरिंग और लाठीचार्ज कर स्थित पर काबू पाया।

17 मार्च भागलपुर:

गौरतलब है कि 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर में संदेश यात्रा के दौरान नारा लगाने पर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी. दोनों तरफ से पहले पथराव हुआ. फिर बम और गोलियां चली. एक दर्जन से ज्यादा लोग व पुलिसकर्मी जख्मी हो गये. इस मामले में पुलिस ने केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे समेत 9 लोगों पर केस दर्ज किया गया था. अर्जित पर दंगा भड़काने का आरोप है. फिलहाल अभी भागलपुर के नाथनगर में स्थिति सामान्य है. अभी भी वहां बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है.

27 मार्च समस्तीपुर:

भागलपुर के बाद 27 मार्च को समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में छत पर खड़े एक बच्चे की चप्पल जुलूस में चल रहे लोगों पर गिर गई थी. इसके बाद विवाद को हवा मिल गयी. जिसे पहले तो स्थानीय लोगों ने सुलझा लिया. बाद में उसी दिन यह मामला फिर भड़क गया और सैकड़ों लोगों ने बवाल किया। मुख्य सड़क पर आगजनी की गई और जाम लगा दिया गया. मौके पर पहुची पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. रोसड़ा में अभी भी तनाव की स्थिति है. पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के विरोध में दुकानें बंद कर दी गई हैं. बहरहाल समस्तीपुर में पुलिस बल तैनात है.

28 मार्च शेखपूरवा:

समस्तीपुर दंगे के अगले ही दिन शेखपूरवा में शोभायात्रा के दौरान रूट की अनुमति नहीं मिलने पर लोग भड़क गए थे. बुधौली चौक पर उपद्रवियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. उपद्रव बढ़ने पुलिस ने फायरिंग की और फिर लाठीचार्ज कर दिया. 43 के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया. शेखपुरा में भी अभी तनाव बना हुआ है. पुलिस बुधौली चौक समेत पूरे इलाके में लगातार गश्त कर रही है.

नेता लगा रहे एक दूसरे पर आरोप:

बहरहाल बिहार में जगह जगह हो रहे सांप्रदायिक दंगो पर कांग्रेस सहित कई दलों के बड़े नेताओं ने चिंता जताते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा.

लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर आरोप लगते हुए कहा, “यह सब बीजेपी और आरएसएस की साजिश का नतीजा है. बीजेपी और आरएसएस के लोग दंगा भड़का रहे हैं. पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत 14 दिन के लिए बिहार आए थे. अब उनके आने का रिजल्ट सबके सामने आ रहा है.”

नवादा से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने in दंगो का जिम्मेदार कांग्रेस को बताया. उन्होंने कहा, “बिहार हिंसा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी जिम्मेदार हैं. कांग्रेस और राहुल साजिश के तहत सामाजिक समरसता को कमजोर कर हिंदुओं को बांटने का काम कर रहे हैं.”

वहीं जदयू प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने कहा कि, “सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है, लेकिन दंगे नहीं हो रहे हैं. प्रशासन एक्टिव है. सरकार अपना काम कर रही है. पिछले दस दिन से ट्रेंड देखकर लग रहा है कि यह सुनियोजित है. विपक्ष शुरू से इस काम में माहिर है. 15 साल के उनके शासन में बिहार ने इस बात को देखा है. लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें.”

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