राजस्थान के बीकानेर में दो साल पू्र्व हुए गैंगरेप केस में अब एक नया मोड़ आ गया है। सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज करने के बाद अब पिता बयानों से पलट रहा है। राज्य महिला आयोग से पीड़िता के पिता का कहना है कि वह बच्ची के बीमार होने से मानसिक संतुलन खो बैठा और गलतफहमी में यह मामला दर्ज करवा दिया। आपको बता दें कि पीड़िता का बयान भी तक दर्ज नहीं हो पाया है।
महिला आयोग ने किया गांव का दौरा:
- घटना संज्ञान में आने के बाद राज्य महिला आयोग ने पीड़िता के गांव का किया दौरा।
- इस दौरान महिला आयोग ने ग्रामीणों और पीड़िता के परिजनों से बातचीत की।
- पीड़िता के पिता ने महिला आयोग की सदस्य सुषमा कुमावत को बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए केस दर्ज करवा दिया।
- महिला आयोग की सदस्यों ने कहा कि इस मामले में जबतक पीड़िता का बयान दर्ज नहीं जाता तक तक यह साफ नहीं होगा कि मामला सच है या फर्जी।
29 मार्च को दर्ज होगा पीड़िता का बयान:
- इस मामले में राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने दिया बयान।
- कहा कथित मामला दो साल पहले की है, इसलिए पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट साफ नहीं है।
- साथ ही दो साल बाद दर्ज हुए केस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने खड़े किये सवाल।
- अनिता भदेल ने घटना पर जताया संदेह, कहा जो तथ्य सामने आये हैं, वह पीड़िता के पिता के आरोपों के विपरीत है।
- उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो पाएगी।
- सर्किल अधिकारी बनवारी लाल ने बताया कि बुधवार को पीड़िता के बयान दर्ज करवाये जाएंगे।
क्या है पूरा मामला:
- राजस्थान के बीकानेर में एक पिता ने स्कूल के आठ शिक्षकों पर अपनी बेटी से गैंगरेप और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया है।
- दो साल पूर्व 13 साल की छात्रा का स्कूल में आठ शिक्षकों ने लगातार बलात्कार किया।
- इस घटना के कारण पीड़िता कैंसर की शिकार हो गई।
- शुक्रवार को बच्ची के पिता ने सामूहिक दुष्कर्म और इसकी विडियो क्लिपिंग बनाने का केस दर्ज करवाया था।
- पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर स्कूल के शिक्षक विक्रम, वीरेंद्र, बिजेन्द्र, विकास, दुलीचन्द, रोहित, पवन और हनुमान के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 डी और पोक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
- मामला दर्ज होने के बाद पूरे घटना की जांच की जा रही है।
- लेकिन अब पीड़िता के पिता का लगाये गये आरोपों से अब पलट जाना कई सवाल खड़े कर रहा है।