त्रिपुरा के भाजपा अध्यक्ष बिप्लब कुमार देब ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। 48 वर्षीय बिप्लब कुमार देब के शपथ ग्रहण के लिए भव्य समारोह का अयोजन किया गया था। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी नेताओं ने भाग लिया। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता जिष्णु देब वर्मा ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
बता दें कि त्रिपुरा में 25 वर्षों से वाम दलों का राज था। यह भाजपा के लिए एक अभेद किले के रूप में था, जिसे भाजपा ने भेदकर अपना पताका पहरा दिया है क्योंकि 2013 के चुनाव में बीजेपी को एक भी सीटें नहीं मिल पाई थी। चार बार मुख्यमंत्री रहे मणिक सरकार की करारी हार, वाम दलों के लिए अपमानजनक हार के रूप में देखा जा रहा है।
ये भी पढ़ेंः मोदी सरकार को झटका, NDA से अलग हुई तेलुगु देशम पार्टी
पूर्ववर्ती सरकारों ने राज्य के संसाधनों का नहीं किया उपयोग
दो साल पहले बिप्लब देब किसी भी राज्य में सबसे कम उम्र के भाजपा प्रमुख बने। श्री देब का कहना है कि पिछली सरकार को इतना समय मिला है, लेकिन इसे विकसित करने के लिए राज्य के संसाधनों का उपयोग नहीं किया गया। त्रिपुरा के लोगों को आश्वासन दिया कि जो कार्य पिछली सरकार द्वारा नहीं कराया गया वो कार्य मेरी सरकार में पूर्ण कराया जाएगा।
बिप्लब देब के बारे में जाने
1969 में त्रिपुरा के गोमती जिले के राजधर नगर नामक गांव में एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्म हुआ था। उन्होंने बचपन व प्राथमिक शिक्षा त्रिपुरा में ही हुआ है। स्नातक की शिक्षा उदयपुर कॉलेज से की। जिसके बाद परास्नातक की शिक्षा के लिये वह नई दिल्ली चले गए। इस दौरान 15 वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक रह चुके हैं। इनका प्रशिक्षण प्रमुख नेताओं गोबिंदा आचार्य और कृष्णगोपाल शर्मा के अधीन हुआ। त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वशासी जिला परिषद के चुनावों में भाजपा के लिये प्रचार भी कर चुके हैं।