राहुल गाँधी ने आज से भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत की है. इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर सुप्रीम कोर्ट को दबाने और संसद को ठप करने का आरोप भी लगाया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें अगर संसद में 15 मिनट तक बोलने दिया गया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद छोड़ कर भाग जाएंगे.

मोदी से नफरत करते-करते भारत से नफरत करने लगे: शाह

इसी बयान का जवाब देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी के आरोपों को लेकर पलटवार किया है. अमित शाह ने कहा है कि मोदी से नफरत करते-करते राहुल गांधी आज भारत से नफरत करने लगे हैं. इतना ही नहीं अमित शाह ने यह भी कहा है कि कांग्रेस संविधान की भावना को खत्म करते वंशवाद का शासन चाहती है.

अमित शाह ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के लिए राहुल गांधी जिस तरह की शब्दावली का प्रयोग कर रहे हैं, वह न सिर्फ प्रधानमंत्री पद की गरिमा का अनादर है बल्कि उनकी स्वयं की बौखलाहट का परिचारक भी है. राहुल गांधी की तरफ से लगातार किया जा रहा मोदी विरोध आज देश विरोध का रूप ले रहा है.”

बिना मोबाइल में देखे बोल नहीं सकते, 15 मिनट कैसे बोलेंगे: BJP प्रवक्ता 

वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गाँधी के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि ये लोकतंत्र और वंशवाद की लड़ाई है, बीजेपी ने लोकतंत्र को आगे बढ़ाने का काम किया है. संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सेना पर भरोसा नहीं है.

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी एक असफल नेता हैं, इसलिए वे इस प्रकार के मुद्दे उठा रहे हैं. ये संविधान बचाओ नहीं राहुल बचाओ अभियान है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का ये गुस्सा इसलिए था क्योंकि कहीं न कहीं आज परिवारवाद मात खा रहा है और साधारण जनता सत्ता तक पहुंच रही है.

उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति खुद 15 पंक्ति नहीं लिख सकता वो आज कह रहा है कि 15 मिनट बोलने नहीं दिया जा रहा है. जो व्यक्ति बिना मोबाइल में देखे एक मिनट नहीं बोल सकता वह 15 मिनट क्या बोलेंगे.

‘संविधान बचाओ’ अभियान सम्मेलन में राहुल गाँधी ने पीएम मोदी पर कसा तंज़

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें