बीजेपी और शिवसेना की तकरार अब तेज हो चली है। बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर लगातार हमले करने वाली शिवसेना को इस बार बीजेपी ने जवाब दिया है जिसके बाद ये मामला और भी गंभीर होता दिख रहा है। यहां तक कि बीजेपी ने तो शिवसेना से तलाक तक की बात कह दी है और शिवसेना प्रमुख पर भी निशाना साधा है।
शिवसेना और बीजेपी के बीच वाक् युद्ध उस वक्त और तेज हो गया जब बीजेपी के एक प्रकाशन में प्रकाशित अपने लेख में एक बीजेपी नेता ने उद्धव ठाकरे की पार्टी को तलाक लेने की चुनौती दे दी। बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रकाशन मनोगत में प्रवक्ता माधव भंडारी ने ये लेख लिखा है।
बीजेपी ने शिवसेना पर लेख के माध्यम से हमला बोलते हुए कहा , आप तलाक कब ले रहे हैं। श्रीमान राउत? ये उस लेखा का शीर्षक है। इस लेख में शिवसेना को गठबंधन से अलग होने की चुनौती दी गई है। दोनों पार्टियों के कई वर्ष पुराने गठबंधन में बीजेपी की ओर से किए गए त्याग के बारे में भी बताया गया है।
इससे पहले सामना के संपादक और सांसद संजय राउत ने अपने एक भाषण मे केंद्र और राज्य सरकार की तुलना निजाम के बाप से की थी जिसके बाद बीजेपी की ये प्रतिक्रिया आई है।
संजय राउत ने हाल ही में कहा था कि केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार निजाम की सरकार से भी बदतर हैं। भंडारी ने कहा कि बेहतर होगा कि निजाम के पिता से तलाक ले लिया जाए। श्रीमान राउत आप तलाक कब ले रहे हैं?’’ भंडारी का कहना है कि हमारे साथ रहकर भी हमपर हमला करते हैं इसलिए इस निजाम से तलाक लेने में ही भलाई है।
शिवसेना के सांसद संजय राउत के निजाम वाले बयान को लेकर इस लेख में उन पर निशाना साधा गया है। लेख में कहा गया, एक तरफ वे उसी निजाम के दिए प्लेट में बिरयानी खाते हैं और दूसरी तरफ हमारी आलोचना करते हैं और राज्य एवं केंद्र में मंत्रालय लेकर बैठे हुए हैं।
भंडारी ने कहा कि शिवसेना बीजेपी की बढ़ती ताकत और अपना घटते जनाधार को देखकर परेशान है और पिछले चुनावों में बीजेपी की सफलता को अभी तक पचा नहीं पा रही है इसीलिए शिवसेना बौखलाई हुई रहती है और आये दिन बीजेपी पर निशाना साधती रहती है।
भंडारी ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि पहले हम ऐसी चीजों को नजरअंदाज कर दिया करते थे लेकिन अब शिवसेना ने सारी मर्यादाएं और विनम्रता की सीमाएं लांघ दी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी मीटिंग में इसपर चर्चा हुई थी और अब हम उनको सीधे तौर पर बताना चाहते हैं कि अगर उन्हें ठीक नहीं लगता तो वे अपना खुद का रास्ता तलाश लें और बीजेपी से अलग हो जाएँ।