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विधायक का बेटा बना चपरासी, अब मच रहा बवाल

अब तक आपने देखा होगा कि डॉक्टर का बेटा डॉक्टर बनता, व्यापारी का बेटा एक बड़ा व्यापारी बनता है और ना बू बने तो उसकी लाइफ स्टाईल ही आलीशान तरीके की होती हैं, लेकिन आज हम आपको जो बताने वाले हैं उसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जायेंगे. बता दें कि यहाँ राजस्थान में विधायक के बेटे का चयन एक ऐसी नौकरी के लिए हुआ है, जिसे सुनकर आप दंग रह गए हैं.

राजस्थान के विधायक का बेटा बना चपरासी: 

आपको बता दें कि इन दिनों राजस्थान के विधायक के बटे को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सभी न्यूज़ चैनल तक तेजी से चर्चा चल रही है. इन विधायक के बटे ने अपनी नौकरी से हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है.इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार राजस्थान विधानसभा सचिवालय के लिए चतुर्थ श्रेणी के 18 चपरासियों की भर्ती निकली थी, लेकिन जब इसका रिजल्ट आया, तो एकदम सा बवाल मच गया था. इस लिस्ट में 12 नंबर पर रामकृष्ण मीणा का नाम था, जो कि जामवा रामगढ़ से भाजपा विधायक जगदीश नारायण मीणा के बेटे हैं.

कांग्रेस ने उठाये ये सवाल:

आपको बता दें कि विधायक जगदीश नारायण मीणा के बेटे का नाम इस लिस्ट में देखकर हर किसी के  उड़  थे, सभी सोचने मजबूर हो गए कि एक विधायक के बेटे को चपरासी बनाने की क्या जरूरत पड़ गई.

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वहीँ हैरानी तब हुई जब इस भर्ती के लिए 12,453 आवेदन आए में 129 इंजीनियर, 23 वकील और 393 एम.ए. की पढ़ाई कर चुके लोगों के शामिल होने का पता चला, लेकिन विपक्ष में बैठे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट कहाँ चुप होने वाले हैं, उन्होंने इस चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी नेता ने भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित किया है और इसके साथ ही उन्होंने इस  चयन प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग भी उठाई है.

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कहा- इंटरव्यू दिया और अब उसका चयन हुआ:

आपको बता दें कि जब इस चयन प्रक्रिया पर घमाशान शुरू हुआ, तो भाजपा विधायक जगदीश नारायण मीणा ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, कि “चयन प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ हुई है. इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है. अगर मैं अपने बेटे की मदद करता, तो क्या उसे चपरासी के पद पर नियुक्त करवाता. मेरे बेटे ने सामान्य प्रक्रिया की तरह ही इस जॉब के लिए आवेदन किया था उसने इंटरव्यू दिया और अब उसका चयन हुआ है.

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वहीँ उनके विधायक के बटे रामकृष्ण ने बताया कि, “वह खेती करता था और पिता के बताए फील्ड वर्क का काम देखता था लेकिन पिता ने कहा विधानसभा में नौकरी कर ले तो मैंने अप्लाई कर दिया था और मेरा चयन हो गया”.

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