बिहार के मुख्यमंत्री ने राज्य में शराब पर पाबंदी लगा रखी है और वह दावा भी करते रहते हैं कि यह शराबबंदी काफी सफल साबित हो रही है. लेकिन अब उनके दावे की पोल खुलती नजर आने लगी है, जब उनकी सरकार में गठबंधन पार्टी बीजेपी के एक सांसद का बेटा ही शराब पीते रंगेहाथ पकड़ लिया गया.
बीजेपी सांसद हरि मांझी का बेटा हुआ नशे कि हालत में गिरफ्तार:
बिहार में नीतीश सरकार के शराबबंदी के दावों की एक बार फिर पोल खुल गई है. बिहार के गया से भारतीय जनता पार्टी सांसद हरि मांझी के बेटे को पुलिस ने नशे की हालत में और शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया है. शनिवार को बोधगया के नावां गांव से राहुल की गिरफ्तारी हुई, जहां वह अपने दोस्तों के साथ शराब पीते पकड़ा गया था. मेडिकल जांच में राहुल के शराब पीने की पुष्टि हुई है. बिहार में शराब बंदी कानून के लागू होने के बाद ये पहली घटना है, जब किसी सांसद के बेटे को शराब पीने पर गिरफ्तार किया गया है.
बोधगया के थानाध्यक्ष शिवकुमार महतो ने बताया कि नामा पश्चिमी गांव में पुलिस शराब बेचने के आरोपी बिगन मांझी और मुनारिक चौधरी को गिरफ्तार करने गयी थी. इसी दौरान सांसद के बेटे भी नशे की हालत में पकड़े गये.
वहीं, इस घटना के सामने आने के बाद से बिहार में सियासत गरमाना भी शुरू हो चुकी है. राहुल कुमार के पिता सांसद हरि मांझी का कहना है की उनके बेटे को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
दलित जाति से जोड़कर हो रही सियासत:
इस मामले को आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी दलित राजनीति से जोड़ रहे हैं. उनका कहना है कि अगर शराब पीते कोई दबंग जाति का होता तो उसके साथ ऐसा नहीं किया जाता.
एक तरफ जहां बीजेपी सांसद हरि मांझी अपने बेटे को फंसाए जाने की बात कह रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी ही पार्टी के नेता इस कदम को सही बता रहे हैं.
बेटे के बचाव में आये मांझी:
बीजेपी सांसद हरी मांझी ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा कि एक साजिश के तहत उनके बेटे को फंसाकर राजनीतिक बदला लिया जा रहा है. वे शराब पीने वाले का समर्थन नहीं करते. उनका राजनैतिक करियर खराब करने के लिए साजिश के तहत बेटे को फंसाया गया है. उसने शराब नहीं पी थी. वह लड़ाई-झगड़े की सुलह कराने नावां गांव गया था.’
वहीं बीजेपी नेता विनोद नारायण झा का कहना है कि बिहार में कानून का राज है. ऐसे में कानून उल्लंघन करने वालों को सजा जरूर मिलेगी.
फिलहाल सांसद हरि मांझी के बेटे राहुल कुमार को मेडिकल टेस्ट और ब्रेथ एनलाइजर से जांच के बाद स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया है. कोर्ट के निर्देश के बाद उसे स्थानीय जेल में रखा गया है.