8 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया था। जिसके बाद गुरुवार को विपक्ष ने संसद के बाहर ‘काला दिवस’ मनाने का निर्णय किया है।
हम बहस और वोट चाहते हैं:
- नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली में विपक्ष काला दिवस मना रहे हैं।
- इस दौरान राहुल गाँधी ने कहा कि, आम जनता को नोटबंदी से तमाम मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है।
- उन्होंने आगे कहा कि, किसान, गरीब, मजदूर नोटबंदी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
- साथ ही राहुल गाँधी ने कहा कि, वो संसद भवन में बहस चाहते हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि, नोटबंदी पर वोटिंग होनी चाहिए।
साहसिक नहीं बेवकूफी भरा निर्णय:
- राहुल गाँधी ने आगे कहा कि, नोटबंदी केंद्र सरकार का साहसिक नहीं बेवकूफी भरा निर्णय है।
- साथ ही उन्होंने कहा कि, सरकार ने ऐसा बेवकूफी भरा निर्णय लिया है वो भी बिना सोचे-समझे।
- इसके साथ ही राहुल गाँधी ने पीएम मोदी के नजरिये पर भी सवाल उठाये।
- उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी का नजरिया पहले ब्लैक मनी था, जो अब बदल गया है।
- राहुल ने इसी में आगे कहा कि, पहले कालाधन, फिर आतंकवाद, उसके बाद कैशलेस इकॉनमी।
- उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बहस से भाग रहे हैं और इसीलिए सदन में भी नहीं आ रहे हैं।
मुझे बोलना दिया जाये तो सब बता दूंगा:
- राहुल गाँधी ने आगे कहा कि, उन्हें संसद में बोलने दिया जाये तो मैं बता दूंगा की पेटीएम से पे टू पीएम कैसे होता है।