पश्चिम बंगाल की राजधानी में गुरुवार को अंडर कंस्ट्रक्शन फ्लाई ओवर गिर गया। अभी तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। अब भी150 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है।हादसा गणेश टॉकीज के पास हुआ है। मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू में जुटी है। वहीं, आर्मी को भी बुलाया गया है।
ये फ्लाई ओवर कोलकाता से हावड़ा की ओर जाने वाले रास्ते पर बन रहा था। इसका नाम विवेकानंद ब्रिज है। फ्लाई ओवर को बनाने का काम पिछले तीन साल से चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिस वक्त 12.25 बजे हादसा हुआ वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे।ब्रिज का जो हिस्सा ढहा है, उसकी ढलाई बुधवार रात में हुई थी। फ्लाई ओवर का काम डेड लाइन से 62 महीने पीछे चल रहा था।
वहां उपस्थित एक शख्स ने बताया कि जैसे ही ब्रिज का बड़ा हिस्सा भर-भराकर गिरा, लगा कि भूकंप आ गया। एक कारोबारी का दावा है कि उनकी आंखों के सामने चंद सेकंड में फ्लाई ओवर ढह गया। कई लोगों को दबते देखा।
इस हादसे पर सीपीएम संसाद मोहम्मद सलीम ने सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर क्यों ब्रिज का काम दिन में किया जा रहा था? टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है। बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने फ्लाई ओवर हादसे के पीछे लापरवाही का आरोप लगाया है। बता दें कि डेढ़ साल पहले भी कोलकाता में एक फ्लाई ओवर का 500 मीटर हिस्सा गिरा था। डीजी, एनडीआरएफ ने कहा कि हमारी दो टीमें दुर्घटनास्थल पर जा रही हैं जिनमें करीब 80 लोग हैं।