भारतीय बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार होने वाले विजय माल्या को ब्रिटेन ने भारत को भेजने से मना कर दिया है। हालाँकि, उसनें विजय माल्या पर जांच में मदद का भरोसा दिलाया है।
इंडियन फॉरेन मिनिस्ट्री ने दी जानकारी:
- भारतीय बैंकों के 9 हजार करोड़ के कर्जी और भगोड़े विजय माल्या को ब्रिटेन की सरकार ने भारत डिपोर्ट करने से मना कर दिया है।
- इंडियन फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोकपर्सन ने यह जानकारी दी।
- ब्रिटिश गवर्नमेंट ने कहा है कि, भारत विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर दोबारा विचार करे।
- इसके साथ ही कैमरन सरकार ने ये भी विश्वास दिलाया है कि, वो विजय माल्या पर लगे आरोपों के बारे में गंभीर है और जांच के दौरान भारत की हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
- इंडियन स्पोकपर्सन के मुताबिक, ब्रिटेन सरकार ने भारत से ‘आपसी प्रत्यर्पण निवेदन’ पर फिर से विचार करने का प्रस्ताव रखा है।
- स्पोकपर्सन के मुताबिक, ब्रिटेन सरकार भारत से भागे विजय माल्या को 1971 में बने इमीग्रेशन लॉ के तहत वापस नहीं कर सकती है।
- इमीग्रेशन लॉ 1971 के मुताबिक, विजय माल्या को तब तक ब्रिटेन में रहने से नहीं रोका जा सकता है, जब तक की विजय माल्या के पास यहाँ का वैलिड पासपोर्ट और वीसा है।