बीएसएफ ने आज अपनी सालाना प्रेस वार्ता कि जिसमे बीएसएफ डीजी ने पूरे साल के ऑपरेशनों की जानकारी दी। लेकिन इसी दौरान बीएसएफ डीजी ने सेवानिवृत्त सैनिकों पर आपत्तिजनक बयान दे डाला वो भी ऐसे समय में जब सेना के जवान बॉर्डर पर शहीद हो रहे हैं। दरअसल डीजी ये समझाना चाहते थे कि जवानों को नौकरी कि शुरुआत से ही भविष्य के लिए बचत करनी चाहिए। इसी दौरान आपत्तिजनक बयान देते हुए डीजी ने कहा कि “सेहत से जवान ठीक होते हुए भी रिटायरमेंट के बाद अगर फाइनेंशियल ठीक नहीं होंगे तो वो क्रिमिनल्स बन जाएंगे।”
बीएसएफ द्वारा किये गए सभी ऑपरेशन का नाम “ऑपरेशन रुस्तम”
- डीजी बीएसएफ ने प्रेस वार्ता में सालाना ऑपरेशनों की जानकारी दी।
- बता दें कि जम्मू कश्मीर में बीएसएफ ने जो भी ऑपरेशन किये हैं उनका नाम “ऑपरेशन रुस्तम” रखा गया है।
- डीजी ने बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब तक 15 से ज्यादा पाक रेंजर्स को मारा गया है।
- इसके साथ ही 10 से ज्यादा आतंकियों को न्यूट्रेलाइज किया गया है।
- 28 नवंबर को भी बीएसएफ ने 3 आतंकियों को न्यूट्रेलाइज किया
- नोट बंदी पर सैनिकों को किसी तरह की शिकायत पर डीजी ने बताया कि ‘सभी जवान इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से जुड़े हैं।’
- ‘सबके खाते हैं जिसमें सैलरी आती है। उनकी पत्नियों के पास डेबिट कार्ड है।,
- “सैलरी या पैसे निकालने में कोई दिक्कत हो ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है।”