पाकिस्तानी रेंजर्स की फायरिंग में जख्मी बीएसएफ के कॉन्स्टेबल गुरनाम सिंह शहीद हो गए. गुरनाम ने साथी सोल्जर्स के साथ पाकिस्तानी घुसपैठ को नाकाम किया था.

शुक्रवार सुबह हुए थे घायल

  • पाकिस्तान ने 22 तारीख की सुबह हीरानगर पोस्ट पर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की.
  • गुरनाम सिंह तब वहीं तैनात थे.
  • उस दिन गुरनाम ने पूरी बहादुरी से पाकिस्तान को जवाब दिया.
  • इसी दौरान पाकिस्तानी स्नाइपर्स की एक गोली सीधे गुरनाम को लगी और वह घायल हो गए.
  • इसके बाद उन्हें जम्मू के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
  • पुलिस के अनुसार 26 साल के इस जांबाज ने रात करीब 11:45 बजे अंतिम सांस ली.
  • सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

 

पिता बोले- मुझे खुशी है मेरा बेटा शहीद हुआ-

  • शहीद जवान गुरनाम के पिता कुलबीर सिंह कहते हैं, ‘वह बहादुर था. हमारे बेटे ने देश के लिए अपने जान की कुर्बानी दी, कोई दुख नहीं… बल्कि हम सब खुश हैं.’
  • उन्होंने मोदी सरकार से अपील की है कि उन्हें पाकिस्तान से जंग चाहिए.

 

  • वहीं गुरनाम की मां जसवंत कौर ने कहा, ‘उसने मुझे कहा था कि अगर मैं मर जाऊं तो रोना मत. मैं रोयी नहीं. मुझे इन सारे जवानों पर गर्व है, जो देश के लिए अपनी जान देते हैं. मैं बस यही चाहती थी कि उसे बेहतरीन इलाज मिलता.’

 

  • गुरनाम सिंह की बहन की पीएम मोदी से अपील की है कि उनके भाई के नाम से ‘स्पेशल’ हॉस्पिटल बने.

 

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