2019 के आम चुनाव के मद्देनजर सभी दलों में आगामी चुनाव की रणनीति तैयार करने का सिलसिला शुरु हो चुका है। लोकसभा चुनावों के पहले इस साल 3 राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं जिस पर पूरे देश की नजर लगी हुई है। इसे देखते हुए बसपा सुप्रीमों मायावती ने पार्टी के दिल्ली दफ्तर में अहम बैठक बुलाई थी जिसमें बसपा के सभी पदाधिकारी मौजूद पहुंचे हुए थे। इस बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ ही अलग-अलग राज्यों में चुनावी गठबंधन पर चर्चा हुई जिस पर बसपा सुप्रीमों मायावती ने बड़ा फैसला किया है।
बसपा ने की बैठक :
बहुजन समाज पार्टी के दिल्ली स्थित दफ्तर पर हुई इस बैठक में यूपी के मुख्य कोआर्डीनेटर और जिला अध्यक्ष मौजूद थे। 2018 में होने वाले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा में रणनीति बनाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसके साथ ही इन राज्यों में बसपा कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बैठक में चर्चा हुई थी। इसके अलावा बसपा पदाधिकारियों की इस बैठक में उत्तर प्रदेश में सपा के साथ गठबंधन को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा की गयी। बैठक की अध्यक्षता बसपा सुप्रीमों मायावाती ने की और कई अहम फैसले किये।
सम्मानजनक सीट मिलने पर होगा गठबंधन :
तीन राज्यों में कांग्रेस के बसपा के साथ गठबंधन पर चली आ रहीं चर्चाओं के बीच पार्टी प्रमुख मायावती ने साफ कर दिया है कि अगर चुनाव में उसे लड़ने के लिए सीटों की सम्मानित संख्या मिलेगी तभी वह गठबंधन में शामिल होंगी। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस कारण बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस समान विचार वाले राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन की कवायद कर रही है। हालाँकि गठबंधन पर अभी तक आधिकारिक ऐलान नहीं हो सका है।