2019 के लोकसभा चुनावों के पहले होने वाले मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत से उतरने की तैयारी कर ली है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों उत्तर प्रदेश से बाहर पार्टी के संगठन को मजबूती दे रहे हैं। यूपी से सटे पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में सपा ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस विधानसभा चुनाव में सपा और बसपा के एकसाथ चुनाव लड़ने की बातें हो रही थी लेकिन अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वयं अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सपा के बाद बसपा के भी कांग्रेस से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की चर्चाएँ थी जिन पर एमपी के बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने आखिरकार विराम लगा दिया है।
बसपा ने दिया कांग्रेस को झटका :
बीएसपी की ओर से साफ़ कर दिया गया है कि कहा मध्य प्रदेश में गठबंधन पर कांग्रेस के साथ उनकी कोई बातचीत नहीं हो रही है। मध्य प्रदेश बीएसपी अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार ने कहा कि मुझे मीडिया से पता चला है कि कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बीएसपी के साथ गठबंधन के लिए कांग्रेस की बातचीत चल रही है। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस गठबंधन के संबंध में राज्य स्तर पर हमारी कोई बातचीत नहीं हो रही है और जहां तक मुझे पता है केन्द्रीय स्तर पर भी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बारे में मुझे केन्द्रीय नेतृत्व से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। अहिरवार ने बताया कि हम प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस की सफाई :
मध्य प्रदेश में बसपा से मिले झटके के बाद कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख माणक अग्रवाल ने कहा कि ‘गठबंधन करने के बारे में हमने कभी भी किसी पार्टी का नाम नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने सिर्फ इतना कहा कि कांग्रेस समान विचार वाली पार्टियों से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन करने का प्रयास करेगी। हमने कभी बीएसपी का नाम नहीं लिया।