1 फरवरी को बजट लाने के मामले पर विपक्षी दलों द्वारा लगातार विरोध के बावजूद सरकार इसी दिन केंद्रीय बजट पेश करने जा रही है. बता दें कि इस बजट में चुनावी राज्यों से संबंधित घोषणाएं नहीं होंगी.
सितंबर 2016 में ही जताया था इरादा :
- केंद्रीय बजट 2017-18 अपने समय से पहले यानी 1 फरवरी को पेश किया जाना है.
- जिसपर विपक्ष द्वारा भरपूर विरोध किया जा रहा है.
- परंतु केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग के सामने अपने फैसले का पुरज़ोर बचाव किया.
- साथ ही इसे पारंपरिक तौर पर बजट पेश ना करके,
- इसे समय से एक महीने पहले ही बजट पेश करने का निर्णय लिया है.
- साथ ही कहा है कि सरकार ने सितंबर 2016 में ही इसका इरादा जता दिया था.
- साथ ही इतना पहले अपना इरादा जाहिर करने के पीछे का कारण भी बताया.
- जिसके तहत सरकार का मकसद नए वित्त वर्ष के पहले दिन से शुरू होने वाले निवेश चक्र को बरकरार रखना था.
- एक शीर्ष आधिकारिक सूत्र के अनुसार 1 फरवरी को बजट पेश करने का फैसला पहले ही हो चुका था.
- हालांकि यह भी स्पष्ट है कि सरकार चुनावी राज्यों के लिए कोई खास घोषणा नहीं करने जा रही है.
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