दिल्ली के मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फिर सवालों के घेरे में हैं। विपक्ष सवाल उठा रहा है कि जब केजरीवाल के तमाम दावों के बादवजूद उनके सरकार पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं तो अरविन्द केजरीवाल क्यों मौन हैं और एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं लेकिन दिल्ली सरकार अपनी चुप्पी क्यों नहीं तोड़ रही है।
ये हैरान करने देने वाला मामला आदमी पार्टी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के तमाम दावों को गलत साबित करता दिख रहा है!
केजरीवाल की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के दावों की खुली पोल, सामने आया हैरान करने वाला सच
ऐसे होती थी अवैध वसूली:
सीबीआई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरोपी अधिकारी राहुल अग्रवाल निजी इमारतों के मालिकों और सरकारी जमीन पर कब्जा या अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस जारी किया करता था और दलाल के माध्यम से पैसे वसूल कर मामले का निपटारा करता था। इस मामले में अधिकारी ने दलाल संदीप के साथ काम करने की बात स्वीकार की है। इस दौरान छापेमारी में संदीप के घर से डेढ़ लाख नकदी जब्त किया गया जबकि कुछ सरकारी फाइल्स भी बरामद की गईं।
इससे पहले सीबीआई ने केजरीवाल सरकार के अधिकारी राहुल अग्रवाल को 50,000 रूपये रिश्वत के रूप में लेते हुए गिरफ्तार किया था। आरोपियों की पेशी रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को हुई।