सीबीएसई परीक्षा के पेपर लाल मामले में दोबारा परीक्षा करने को लेकर जहाँ एक और लाखों बच्चे प्रदर्शन कर रहे है, वहीं सीबीएसई की एक और बड़ी चूक सामने आई है. मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर से पता चला कि सीबीएसई को एक रात पहले ही पेपर लीक के बारे में जानकारी हो गयी थी.
CBSE रुकवा देता परीक्षातो न होती बच्चों को मानसिक परेशानी:
बता दे कि हाल ही में सीबीएसई की परीक्षा के दौरान 12वीं और 10वीं के पेपर लीक हो गये थे. जिसमे पहला केस 12वीं के पेपर लीक के मामले में 27 मार्च को दर्ज किया गया था, जबकि 10वीं के गणित के पेपर लीक मामले में 28 मार्च को दूसरा केस दर्ज किया गया था.
जिसके बाद बोर्ड ने इन दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराने की घोषणा की थी. दोबारा परीक्षा की खबर आने के बाद से ही बच्चों में नाराजगी है. देशभर के कई हिस्सों में नाराज छात्र और अभिभावक प्रदर्शन के लिए सड़को पर उतर आये. दिल्ली के प्रीत विहार स्थित सीबीएसई के दफ्तर के बाहर सैकड़ों की संख्या में छात्र जुट गये और जमकर नारेबाजी की. छात्रों का कहना है कि सीबीएसई की लापरवाही की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
पुलिस ने की 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ:
पुलिस ने अब तक 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है. जिन लोगों से पूछताछ की गई है, उनमें 18 छात्र, 5 ट्यूटर और दो अन्य लोग शामिल हैं. पूछताछ में सभी ने कबूला की 10वीं के मैथ्स और 12वीं के अर्थशास्त्र का पेपर एग्जाम से पहले ही लीक हो गया था.
अब सवाल ये उठता है कि जब सीबीएसई को पेपर लीक की जानकारी परीक्षा के एक दिन पहले मील गयी थी तो परीक्षा क्यों करवाई गयी. उस विषय की परीक्षा उस दिन न करवाई गयी होती तो बच्चों को इस समय होने वाली मानसिक समस्या का सामना ना करना पड़त
बहरहाल इस मामले में राजनीति भी जमकर हो रही है. कांग्रेस ने शिक्षा मंत्री प्रकाश जावडेकर के इस्तीफे के साथ सीबीएसई की चेयरपर्सन अनिता करवल से इस्तीफे की मांग की है.
बता दें कि पेपर लीक की शुरूआती जांच में ये भी पता चला है कि छात्रों को प्रश्न पत्र 50 हजार रुपये तक में बेचा गया था लेकिन बाद में यही पत्र 5-10 रुपये तक में बिका. दरअसल पहले जिन छात्रो ने पेपर खरीदा बाद में उन्हें कम दामों में दूसरे छात्रों को बेच दिया. इस तरह 50 हजार तक का पेपर 5 से 10 रुपये तक गिर गया.
जांच में पता चला है कि ये दोनों पेपर एग्जाम से एक दिन पहले ही व्हाट्सएप पर लीक हो गए थे जो कुछ टीचर और छात्रों के पास व्हाट्सअप के के माध्य्म से पहुंचे थे जिसको लेकर पुलिस अब इस मामले में आगे की जाँच में जुट गयी है.