एक लंबे समय से राजधानी दिल्ली में सूखा प्रभावित क्षेत्रों के किसानों द्वारा हड़ताल की जा रही थी. बता दें कि इन किसानों द्वारा यह हड़ताल उनके क्षेत्र में हुए सूखे के चलते उन्हें उठाने पड़े नुक्सान की भरपाई हेतु की गयी थी. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा इस दिशा में एक कदम उठाया गया है. जिसके तहत अब तमिलनाडु में सूखे से पीड़ित किसानों को 1,712.10 करोड़ रुपये तो वहीँ कर्नाटक के किसानों को सूखा ग्रसित व क्य्क्लोने के चलते हुए नुक्सान के लिए 1235.52 करोड़ रुपए का फण्ड जारी किया गया है.
राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से जारी किया फण्ड :
- तमिलनाडु के किसानों द्वारा एक लंबे समय से राजधानी दिल्ली में हड़ताल की जा रही थी.
- बता दें कि यह हड़ताल उनके इलाकों में सूखे के चलते हुए नुक्सान की भरपाई की मांग के लिए की जा रही थी.
- बता दें कि इन किसानों की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा अब इस दिशा में अहम कदम उठाया गया है.
- जिसके तहत तमिलनाडु के किसानों के लिए सरकार द्वारा 1,712.10 करोड़ रुपये जारी किये गए हैं.
- वहीँ इस प्राकृतिक आपदा को झेलने वाले कर्नाटक को भी 1235.52 करोड़ रूपये का फण्ड जारी किया गया है.
- गौरतलब है कि यह धनराशि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से जारी की गयी है.
- आपको बता दें कि इस फण्ड के जारी होने के साथ ही अब इन किसानों द्वारा इस हड़ताल को ख़त्म कर दिया जाएगा.
- बी ता दसीं कि इस हड़ताल के दौरान कई राजनेताओं द्वारा अपनी रोटी सेकी गयी है.
- जिसमे से मुख्य हैं राहुल गाँधी व तमिलनाडु की DMK पार्टी के नेता एमके स्टालिन.
- बता दें कि राहुल गाँधी द्वारा इन किसानो के बीच बैठकर केंद्र सरकार से मुआवज़े की मांग की गयी थी.
- इसके अलावा DMK नेता स्टालिन के द्वारा भी केंद्र सरकार से इस दिशा में कुछ कदम उठाने की मांग की गयी थी.
- जिसके बाद अब सरकार ने इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुआवज़े का एलान किया है.