देश की उच्चतम न्यायालय के 39वें चीफ जस्टिस रहे अल्तमस कबीर बीते समय से लंबी बिमारी झेल रहे थे, जिसके बाद आज दोपहर 2 बजकर 52 मिनट पर उनका निधन हो गया है. बता दें कि जस्टिस अल्तमस कबीर फिलहाल 68 वर्ष के थे.
नाबालिक क़ानून में किया था ऐतिहासिक बदलाव :
- उच्चतम न्यायलय के चीफ जस्टिस रहे अल्तमस कबीर का लंबी बिमारी के बाद निधन हो गया है.
- बता दें कि जस्टिस कबीर का 68 वर्ष की आयु में बिमारी के चलते निधन हो गया है.
- आपको बता दें कि वे कोलकाता के मूल्यत निवासी थे,
- उनका जन्म 19 जुलाई 1948 में कोलकाता में हुआ था.
- वे भारतीय उच्चतम न्यायालय के 39वें मुख्य न्यायाधीश के रोप्प में भी जाने जाते हैं.
- अपने कार्यकाल में जस्टिस कबीर ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं.
- जिसमे से दिसंदर 2012 में होने वाले निर्भया मामले में भी एक अहम फैसला लिया था.
- जस्टिस अल्तमस ने इस मामले के बाद नाबालिग क़ानून में बदलाव कर नाबालिग होने की उम्र 18 से घटाकर 16 वर्ष कर दी थी.
- यही नहीं प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी,
- बता दें कि यह याचिका पीए संगमा द्वारा दायर की गयी थी.
- जस्टिस अल्तमस इस याचिका की सुनवाई वाली पीठ में भी शामिल रहे थे.
- इसके अलावा 18 जुलाई 2013 में उन्होंने अपने आखिरी निर्णय के तौर पर देश में NEET परीक्षाओं को लागू करने के आदेश भी दिए थे.
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