भारत ने बीते दिनों सुरक्षा के लिहाज़ से भारत-चीन सीमा पर महामिसाइल `ब्रह्मोस` को तैनात करने का फैसला किया है। भारत के इस साहसी कदम का चीन ने विरोध करते हुए कहा है कि भारत को ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
चीन को लगा झटका :
- गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रह्मोस के नवीन संस्कण से युक्त सेना की एक नई टुकड़ी की स्थापना को मंजूरी दी थी।
- 4,300 करोड़ से अधिक की लागत वाली यह टुकड़ी जल्द ही अरुणाचल प्रदेश में दोनों देशों की सीमा पर तैनात की जाएगी।
- जहां पर पिछले दिनों कई बार दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी भिड़ंत की घटनाएं हुई है।
- भारत की सुरक्षा के लिहाज़ से प्रधानमंत्री द्वारा यह साहसी कदम उठाया गया है।
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तिब्बत को हो सकता है खतरा :
- चीन के अधिकारियों का कहना है कि भारत का यह कदम चीन को जवाबी कार्यवाई करने के लिए प्रेरित करेगा।
- भारत-चीन सीमा पर सुपरसोनिक मिसाइलें तैनात करने से तिब्बत और युन्नान प्रांतों के लिए मुश्किल पैदा हो सकती हैं।
- उन्होंने कहा कि भारत का यह फैसला भविष्य में चीन-भारत संबंधों में प्रतिस्पर्धा और टकराव बढाने का काम करेगा।