जलवायु परिवर्तन से प्रशांत महासागर क्षेत्र और एशिया के देशों में खतरनाक प्रभाव पड़ सकता है। एक रिपोर्ट में कहा गया कि असंतुलित जलवायु परिवर्तन से वर्तमान में होने वाले विकास के विपरित भविष्य में इन देशों का विकास गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है और जीवन की गुणवत्ता में कमी आएगी।
जलवायु परिवर्तन से बुरी तरह प्रभावित होगा भविष्य-
- पोटस्डम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इंपैक्ट रिसर्च (पीआईके) और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने एक रिपोर्ट में यह दावा पेश किया है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि असंतुलित जलवायु परिवर्तन से एशिया के देशों का विकास भविष्य में गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है।
- इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन से जीवन की गुणवत्ता में कमी आएगी।
- रिपोर्ट की अनुसार, एशिया विशेषकर भारत, चीन, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में भारी संख्या में लोग रहते हैं।
- इससे जनसंख्या विस्फोट की आशंका है।
- जलवायु परिवर्तन से प्रशांत महासागर क्षेत्र और एशिया के देशों में भयानक प्रभाव पड़ सकता है।
धान की पैदावार में आएगी कमी-
- जलवायु परिवर्तन का प्रशांत क्षेत्र और एशिया के देशों पर भयावह प्रभाव पड़ने जा रहा है।
- 2030 के दशक में जलवायु परिवर्तन से दक्षिण भारत में धान की पैदावार पांच फीसदी की कमी आ सकती है।
- साथ ही रिपोर्ट में कहा गया कि जलवायु परिवर्तन से 13 करोड़ लोगों पर विस्थापना का भी खतरा है।