छत्तीसगढ़ के सुकमा क्षेत्र में हाल में नक्सलियों और सेना के जवानों की एक मुठभेड़ हुई थी. जिसके बाद इस मुठभेड़ में देश के कई बहादुर जवान शहीद हो गए हैं. जहाँ एक ओर पूरा देश केंद्र सरकार इस दिशा में उचित कदम उठाने की मांग कर रहा है. वहीँ कुछ नेता देश में अभी भी ऐसे हैं जिनसे वीआईपी कल्चर नहीं छूट रहा है. बता दें कि हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के काफिले को आगे बढ़ाने के लिए सुकमा मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की गाड़ी को रोक दिया गया.
श्रंद्धाजलि देने नहीं पहुंचा कैबिनेट का एक भी मंत्री :
- सुकमा क्षेत्र में एक तरफ CRPF के 28 जवानों ने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी है.
- वहीँ दूसरी ओर कुछ नेताओं से अपना वीआइपी कल्चर नहीं छूट रहा है.
- गौरतलब है कि बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव द्वारा यह दावा किया गया है,
- जिसके तहत कहा गया है कि सुकमा हमले में शहीदों के पार्थिव को लाने वाली गाड़ी को रोका गया था.
- ऐसा इसलिए किया गया था क्योकि वहां से मुख्यमंत्री नितीश कुमार का काफिला निकल रहा था.
- जिसके बाद उनके काफिले के ख़त्म होने के बाद ही शहीद जवानों को ले जा रही गाड़ी को जाने कि अनुमति दी गयी है.
- यही नही सांसद का यह भी आरोप है कि जब जवानों को पटना एअरपोर्ट पर लाया गया था.
- उस समय ना तो नितीश कुमार जवानों को श्रद्दांजलि देने पहुंचे थे,
- ना ही उनकी कैबिनेट का एक भी मंत्री इन जवानों को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने पहुंचा था.
- जिसके बाद इसे एक शर्मनाक घटना बताया जा रहा है और इसकी कड़ी निंदा की जा रही है.
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