छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर स्थित युद्ध कला प्रशिक्षण केन्द्र जंगलवार कॉलेज में हैंड ग्रेनेड फटने से बम निरोधक दस्ते के प्रभारी नरेंद्र सिंह चौधरी की मौत हो गई। प्रशिक्षु डीवाई एसपी बैच को प्रशिक्षण देते समय बुधवार सुबह करीब 8 बजकर 30 मिनट पर यह दुखद हादसा हुआ जिसमें नरेन्द्र सिंह की मौत हो गयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एक हैंड ग्रेनेड फेंका गया जो अपने तय समय पर नहीं फटा। तब बम निरोधक दस्ता के प्रभारी नरेन्द्र सिंह ने उसके पास जा कर स्थति को जानने की कोशिश की इसी समय ग्रेनेड में ब्लास्ट हो गया और ग्रेनेड के छर्रें नरेन्द्र की आंख को भेदते हुए दिमाग के अंदरूनी हिस्से तक जा पहुंचे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि दिमाग की नसें फटने के कारण उनकी मौत हुयी।
बताया जा रहा है कि नरेन्द्र सिंह ने अब तक 212 बार बम को डिफ्यूज करके नक्सिलयों के इरादों पर पानी फेरते हुए हजारों लोगों की जान बचाई है। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमलों को हर बार नाकाम करके नरेन्द्र ने अपने हौसले और वीरता का उदारहण पेश किया है।
घटना के समय दो अन्य जवान भी नरेन्द्र के साथ थे जिन्होंने ग्रेनेड फटने की आवाज सुनकर तुरंत जमीन पर लेटकर अपनी जान बचाई। लेकिन नरेन्द्र को इतना समय नहीं मिल पाया कि वह कुछ कर सकते। ग्रेनेड में घमाके के साथ उसके छर्रे नरेंद्र की आंख को भेदते हुए उनके दिमाग तक जा पहुंचे और उनकी मौत हो गयी।