कांग्रेस ने शुक्रवार को सरकार पर किसानों की चिंताएं दूर करने के लिए उचित कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया और इसके साथ ही कांग्रेस सदस्य लोकसभा से बर्हिगमन कर गए। कांग्रेस नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों के मामले पर चुप्पी को लेकर भी निंदा की।
किसानों की दुर्दशा पर कांग्रेस ने किया बीजेपी पर वार-
- कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने शून्य काल के दौरान कहा कि चाहे महाराष्ट्र हो या मध्य प्रदेश, पूरे देश के किसान सड़कों पर हैं।
- उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हुई, लेकिन हमें प्रधानमंत्री से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
- उन्होंने कहा कि चर्चा के समय केंद्र ने यह साफ नहीं किया कि उसका एम.एस. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के क्रियान्वयन की मंशा है या नहीं।
- आगे उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने 2014 के चुनाव अभियान के दौरान आयोग की सिफारिशें लागू करने का वादा किया था।
- उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल हरदम किसानों की दुर्दशा के लिए संप्रग पर आरोप लगाता है।
- लेकिन संप्रग ने बीते 60 सालों में जो नहीं किया, वह बीते तीन सालों में राजग सरकार ने किसानों पर कर्ज लादकर किया है।
- उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के उत्तर की मांग की।
- इसके बाद कांग्रेस सदस्य सदन से बाहर चले गए।
घड़ियाली आंसू बहा रही कांग्रेस-
- संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने आरोपों का जवाब दिया
- उन्होंने कहा कि विपक्ष घड़ियाली आंसू बहा रहा है।
- विपक्षी नेताओं के बुधवार को कृषि संकट पर बहस के दौरान अनुपस्थित रहने को अनंत कुमार ने लेकर निशाना साधा
- उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किसानों की दुर्दशा से कुछ नहीं लेना-देना है।
- वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।
- उन्होंने बताया कि बुधवार को चर्चा सुबह 10 बजे होनी थी।
- लेकिन सिर्फ दो कांग्रेस सदस्य सदन में मौजूद रहे।
नारेबाजी के बीच चला प्रश्नकाल-
- लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शुक्रवार को पूरे प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के हंगामे के बाद हुड्डा को बोलने की अनुमति दी।
- सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने मोदी से कृषि संकट पर जवाब मांगा।
- लेकिन महाजन ने उन्हें इजाजत नहीं दी।
- इस पर कांग्रेस सदस्य लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच कर नारेबाजी करने लगे।
- इसके बाद भी महाजन ने नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल चलाया।
- सदन में कांग्रेस के बर्हिगमन के बाद जनता के महत्व के मुद्दों क उठाया गया।
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